उन्नाव की बेटी कब तक संघर्ष करेगी?: पूर्व IAS सूर्य प्रताप सिंह
उन्नाव की उस बलात्कार की घटना को भला कौन भूल सकता है जिसका आरोपी BJP का विधायक था, जिसमें पीड़िता के पिता को पुलिस कस्टडी में पीट पीट कर मार दिया जाता है तो किसी परिजन का एक्सीडेंट हो जाता है।
पूरे देश में BJP के उस बलात्कारी विधायक के ख़िलाफ़ जनता ने आवाज़ उठाई लेकिन उस दरिंदे को उसके किये की सज़ा नहीं मिली और कुछ BJP के भक्तों ने तो उसके समर्थन में रैलियां भी निकालीं।
जैसाकि आप जानते हैं कि उत्तर प्रदेश में जुलाई के पहले ही हफ़्ते में ज़िला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव होने हैं, और इस चुनाव में भाजपा ने उन्नाव से ज़िला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए सेंगर के बेहद क़रीबी अरुण सिंह को टिकट दिया है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें यह अरुण सिंह वही है जिस पर उन्नाव की पीड़िता बेटी के पिता को जान से मारने की साज़िश और बेटी के एक्सीडेंट तक का आरोप है, ऐसे में बेटी बचाओ का नारा लगाने वाली BJP के नारे की सच्चाई का अंदाज़ा आप ख़ुद लगा सकते हैं।
इसी को लेकर पूर्व IAS अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा कि उन्नाव की बेटी कब तक संघर्ष करेगी? जैसे तैसे न्यायालय ने सेंगर को जेल भेजा, अब बेटी पिता के पिता को जान से मारने की साज़िश में आरोपी और बेटी के एक्सीडेंट तक में नामित आरोपी अरुण सिंह को उन्नाव ज़िला पंचायत अध्यक्ष का उम्मीदवार बना दिया गया है। ट्वीट के आख़िर में BJP की इस दोहरी राजनीति पर कटाक्ष करते हुए कहा कि क्या आंखों की शर्म भी नहीं बाक़ी है?
उन्नाव की बेटी कब तक संघर्ष करेगी?
जैसे तैसे न्यायालय ने सेंगर को जेल भेजा, अब बेटी की पिता को जान से मारने की साज़िश में आरोपी और बेटी के ऐक्सिडेंट तक में नामित आरोपी अरुण सिंह को उन्नाव से ज़िला पंचायत अध्यक्ष का उम्मीदवार बना दिया गया है।
क्या आँखों की शर्म भी नहीं बाकी है?
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) June 24, 2021