हरिद्वार में महाकुंभ जारी है और उत्तराखंड में कोरोना की रफ़्तार ने हाहकार मचा रखा है। हालाँकि अभी उत्तराखंड उन 8 राज्यों में शामिल नहीं है, जहां कोरोना फ़ैलने की बढ़ती रफ़्तार केंद्र सरकार के लिए चिंता का कारण बनी हुई है लेकिन हालात यहाँ बहुत अच्छे भी नहीं हैं।
लोगों में कोरोना से जुड़े प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए पहले जैसी आदत भी नहीं रही और महाकुंभ में जितनी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं, उनमें सोशल डिस्टेंशिंग और कोरोना के बाक़ी प्रोटोकॉल का पालन करवाना एक बड़ी चुनौती है। सरकार इस बात को लेकर चिंतित भी है कि महाकुंभ कहीं सुपर स्प्रेडर न बन जाए।
कुंभ धर्म और आस्था का एक ऐसा संगम है, जिसमें लोग बड़ी तादाद में शामिल होना चाहते हैं। हरिद्वार में चल रहा वर्तमान कुंभ मेला 30 अप्रैल तक चलेगा। ऐसे में सरकार कोरोना के खतरे से निपटने के लिए श्रद्धालुओं को कोरोना के ख़तरे के बारे में जागरूक करने के लिए प्रचार प्रसार के साथ साथ उन साधु-संतों की भी मदद लेगी, जो कुंभ में पहुंच रहे हैं। इसके अलावा सरकार लोगों में टीकाकरण की रफ़्तार बढ़ाने पर भी लगातार काम कर रही है।