राज्यपाल सरकार को बर्खास्त करें या उसे बहुमत साबित करने का निर्देश दें: भूपिंदर सिंह हुड्डा
हरियाणा: तीन निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापसी के ऐलान से हरियाणा में सियासी माहौल गरमा गया है। हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा ने शुक्रवार को राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से मांग की कि राज्य की भारतीय जनता पार्टी सरकार से तीन निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने के बाद या तो वह अल्पमत सरकार को तुरंत बर्खास्त करें या सरकार को सदन में बहुमत साबित करने का निर्देश दें। भूपिंदर सिंह हुड्डा के हस्ताक्षर वाले कांग्रेस के ज्ञापन में यह मांग की गई है।
ज्ञापन के अनुसार, सोमवीर सिंघवान (चरखी दादरी), रणधीर सिंह गोलन (पलंदरी) और धर्म पाल गोंदर (नीलूखेड़ी) ने हाल ही में नायब सिंह सैनी सरकार से समर्थन वापस ले लिया है, जिसके बाद सरकार अल्पमत में आ गई है और सरकार के बने रहने का कोई नैतिक या संवैधानिक औचित्य नहीं है।
ज्ञापन में कहा गया है कि जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) ने भी स्पष्ट कर दिया है कि वह सरकार का समर्थन नहीं करती है। इसके अलावा इंडियन नेशनल लोकदल ने भी राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। दो साल पहले निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया था। दो विधायकों मनोहर लाल खट्टर और रणजीत सिंह चौटाला ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है, यानी फिलहाल सदन में 88 सदस्य हैं और बहुमत 45 है, जबकि सरकार के पास सिर्फ 43 विधायकों का समर्थन है।
भूपिंदर हुड्डा के मुताबिक आदर्श स्थिति तो यह होती कि सरकार नैतिक आधार पर खुद ही इस्तीफा दे देती, लेकिन अगर ऐसा नहीं हुआ तो राज्यपाल को सरकार को जोड़-तोड़ का मौका दिए बिना तुरंत बर्खास्त कर देना चाहिए। राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए या नए सिरे से विधानसभा चुनाव कराए जाएं या सरकार को सदन में बहुमत साबित करने का निर्देश दिया जाए।