तेलंगाना की मांग, राहुल गाँधी पर अमर्यादित टिप्पणी के कारण हेमंत बिस्वा को हटाएँ मोदी

तेलंगाना की मांग, राहुल गाँधी पर अमर्यादित टिप्पणी के कारण हेमंत बिस्वा को हटाएँ मोदी

भाजपा नेता एवं असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा द्वारा राहुल गांधी पर की गई अमर्यादित टिप्पणी को लेकर प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है।

तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मांग की है कि वह असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा को उनकी ऐसी अमर्यादित टिप्पणी के लिए बर्खास्त कर दें। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने हिमंत बिस्व सरमा के बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि क्या यह हमारे संस्कार हैं ? क्या यही वेदों, रामायण, महाभारत और भगवत गीता में सिखाया गया है कि आप एक संसद से उसके पिता की पहचान के बारे में सवाल करें ?

चंद्रशेखर राव ने कहा कि आपकी पार्टी का एक मुख्यमंत्री एक सांसद से उसके पिता की पहचान पूछ रहा है ! क्या यह संस्कार हैं ? मैं बीजेपी अध्यक्ष से पूछना चाहता हूं कि क्या यही हमारी संस्कृति है / हैदराबाद से 55 किलोमीटर दूर रायगिरी में एक जनसभा को संबोधित कर रहे चंद्रशेखर राव ने कहा कि आप उन्हें उनके पद से बर्खास्त कीजिए। क्या कोई मुख्यमंत्री इस तरह से बात करता है। हर बात की एक सीमा होती है। आप अहंकारी हैं तमाशा देख रहे हैं। आपको लगता है कि लोग इन हरकतों पर चुप बैठे रहेंगे।

 

बता दें कि उत्तराखंड में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए असम के मुख्यमंत्री ने राहुल गांधी पर बेहद ही अमर्यादित टिप्पणी करते हुए कहा था कि राहुल गांधी ने सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगा। इनकी मेंटालिटी देखिए। जनरल बिपिन रावत हमारे देश के गौरव थे। भारत ने उनके नेतृत्व में पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक की। राहुल गांधी बोलते हैं कि प्रूफ दो। हमने (भाजपा) कभी उनसे पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का बेटा होने का सबूत मांगा है ?

भाजपा का यह मुख्यमंत्री यहीं नहीं रुका, बल्कि उसने कहा कि राहुल गांधी को लगता है भारत केवल गुजरात से लेकर पश्चिम बंगाल तक है। मैं पिछले 10 दिनों से देख रहा हूं वह क्या बोल रहे हैं। एक बार वह कहते हैं भारत राज्यों का संघ है, फिर कहते हैं भारत का मतलब गुजरात से बंगाल तक है। मैं तो यह कह रहा हूं कि जिन्ना का भूत राहुल गांधी में प्रवेश कर गया है।

सरमा ने कहा कि मैंने उत्तराखंड में यह कहा था कि 1947 से पहले जो बयानबाजी जिन्ना की होती थी वैसी ही राहुल गांधी की भाषा और बयानबाजी है। गांधी आधुनिक जिन्ना है। हिमंत बिस्व सरमा के इस अमर्यादित बयान पर तीखी आलोचनाओं का दौर जारी है। कांग्रेस ने मांग की है कि सरमा को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। यह देश के पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी का अपमान है। किसी संवैधानिक पद पर बैठे आदमी से ऐसे बयान की अपेक्षा नहीं की जाती।

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