ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सईद ख़तीबज़ादेह ने भारत और पाकिस्तान के पिछले सप्ताह संघर्ष विराम समझौते पर बात करते हुए कहा कि ये समझौता दक्षिण एशिया क्षेत्र में शांति और स्थिरता की तरफ़ एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि दोनों देश आगे भी ऐसे ही कदम उठाएगें जिससे क्षेत्र की शांति हो और क्षेत्र स्थिरता और कल्याण की ओर बढ़ सके।
बता दें कि भारत और पाकिस्तान की सेनाओं ने 25 फरवरी को घोषणा की थी कि उन्होंने 24 फरवरी की मध्यरात्रि से जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर संघर्ष विराम का पालन करना शुरू कर दिया है।
ग़ौर तलब है कि दोनों देशों की सेनाओं ने एक संयुक्त बयान जारी किया, जिसमें भारत के सैन्य संचालन महानिदेशक (DGMO), लेफ्टिनेंट जनरल परमजीत सिंह संघ और उनके पाकिस्तानी समकक्ष मेजर जनरल नौमान ज़कारिया के बीच 22 फरवरी को अपनी स्थापित हॉटलाइन पर चर्चा हुई।
एक ऑडियो बयान में, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के सुरक्षा मामलों के सलाहकार, मोईद यूसुफ ने कहा था कि संघर्ष विराम पीछे-पीछे चलने वाली बातचीत का परिणाम है ।
बता दें कि दोनों पक्षों ने सहमति व्यक्त की कि हॉटलाइन संपर्क और बॉर्डर फ्लैग मीटिंग के मौजूदा तंत्र का उपयोग किसी भी अप्रत्याशित स्थिति या गलतफहमी को हल करने के लिए किया जाएगा।