जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के घर और दफ्तर पर CBI की छापेमारी
जम्मू-कश्मीर के किरू हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई ने गुरुवार सुबह जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के दिल्ली स्थित आवास और दफ्तर की तलाशी ली। इसके अलावा केंद्रीय एजेंसी ने जम्मू-कश्मीर में भी 30 ठिकानों पर छापा डाला। यह मामला किश्तवाड़ में चिनाब नदी पर प्रस्तावित किरू हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट के लिए 2019 में 2200 करोड़ रुपये के सिविल वर्क का कॉन्ट्रैक्ट देने में कथित भ्रष्टाचार से जुड़ा है।
बता दें कि, सत्यपाल मलिक पहले भी जांच एजेंसियों के निशाने पर आ चुके हैं।किसानों के मुद्दे पर वह सरकार की आलोचना भी करते रहे हैं। सीबीआई ने इसी केस में पिछले महीने भी दिल्ली और जम्मू-कश्मीर में कुल 8 जगहों पर छापेमारी की थी।
जानकारी के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर के किरू हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट के आवंटन मामले में कथित भ्रष्टाचार के आरोपों में सीबीआई की जांच जारी है। इसी मामले में सीबीआई ने आज 30 से ज्यादा जगहों पर छापेमारी की है। इसमें जम्मू-कश्मीर के तत्कालीन राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक का घर भी शामिल है।
CBI ने पहले भी कर चुकी हैपूछताछ
इससे पहले मई 2023 में भी सीबीआई की टीम सत्यपाल मलिक के घर पहुंची थी. तब बीमा घोटाले के मामले में उनसे पूछताछ की गई थी. इस मामले में खुद सत्यपाल मलिक ने ही पहले बयान दिया था कि बीमा के मामलों से जुड़ी फाइल पर दस्तखत करने के बदले उन्हें रिश्वत की पेशकश की गई थी.
कौन हैं सत्यपाल मलिक?
सत्यपाल मलिक जम्मू-कश्मीर के अलावा बिहार, गोवा और मेघालय के राज्यपाल की भूमिका भी निभा चुके हैं। पिछले कुछ सालों से वह मोदी सरकार के प्रखर आलोचकों में शामिल रहे हैं। सत्यपाल मलिक मूलरूप से समाजवादी नेता रहे हैं। वह जनता दल और समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव भी लड़ चुके हैं। वह खुद को राम मनोहर लोहिया का अनुयायी बताते हैं. वह लोकदल, कांग्रेस, जन मोर्चा पार्टी और भारतीय जनता पार्टी में भी रहे हैं।