ब्रजभूषण सिंह का तंत्र और मोदी सरकार का समर्थन मंत्र न्याय के साथ एक साजिश है: कांग्रेस

ब्रजभूषण सिंह का तंत्र और मोदी सरकार का समर्थन मंत्र न्याय के साथ एक साजिश है: कांग्रेस

कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पहलवान साक्षी मलिक के संन्यास की घोषणा के एक दिन बाद कहा कि, ब्रजभूषण सिंह का तंत्र और मोदी सरकार का समर्थन मंत्र न्याय के साथ एक साजिश है। उन्होंने कहा कि ओलंपियन पहलवान का एक-एक आंसू मोदी सरकार की बेशर्मी का सबूत है और देश के खेल इतिहास में एक काला अध्याय है।

उन्होंने कहा कि किसान बेटियों और पहलवान मलिक की आंखों से आंसू की एक-एक बूंद सरकार की बेशर्मी का सबूत है। सुरजेवाला ने कहा कि ‘बेटियों को रुलाना, बेटियों को सताना और घर बैठा देना’ बीजेपी सरकार की खेल नीति बन गई है। सुरजेवाला ने कहा,”संसद और सरकार खिलाड़ियों के आंसुओं, बेटियों की बेबसी, जो खेलों में बाधा बन रही है, पर चुप क्यों हैं?”

उन्होंने यह भी कहा कि पहलवान बेटियों के यौन शोषण के आरोपी बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह के सहायक और ‘नामित’ संजय सिंह के चुनाव के बाद ओलंपिक पदक विजेता मलिक द्वारा संन्यास की घोषणा करना, खेल इतिहास में एक काला अध्याय है।

उन्होंने कहा, ”चैंपियन महिला पहलवानों के प्रति ‘अत्याचार और अन्याय’ के लिए सीधे तौर पर मोदी सरकार जिम्मेदार है। इससे पता चलता है कि न्याय के लिए आवाज उठाने वाली बेटियों को जबरन रिटायर कर घर भेज दिया जाएगा और अपराधी सत्ता के खंभों पर हमला बोलेंगे और बेटियों की बेबसी का मजाक उड़ाएंगे।”

उन्होंने यह भी कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है कि हरियाणा के एक साधारण किसान परिवार की बेटी, जिसका जन्म रोहतक के मोखरा गांव में हुआ, वह देश के लिए ओलंपिक पदक विजेता बनी और आज मोदी सरकार ने उसे घर वापस जाने के लिए मजबूर कर दिया है।

उन्होंने कहा,”देश की पहलवान बेटियां 39 दिनों तक तपती दोपहरी में जंतर-मंतर पर बैठी रहीं, संसद का दरवाजा खटखटाती रहीं और सिसकती रहीं न्याय की मांग करती रहीं, लेकिन न्याय देने की बजाय बीजेपी सरकार ने उन्हें दिल्ली पुलिस से कुचलवाया और सड़कों पर घसीटा।”

उन्होंने कहा, “शायद इसीलिए यौन शोषण के आरोपी बृजभूषण सिंह ने कुश्ती संघ के चुनाव के बाद कहा था, ‘दबदबा था, दबदबा रहेगा’। उन्होंने कहा कि न्याय की गुहार लगा रही बेटियों पर तंज कसते हुए बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह ने भी बेटियों को नकार दिया था और कहा था, ‘जिन पहलवानों को राजनीति करनी है वो राजनीति करें और जिन्हें पहलवानी करनी है वो कुश्ती लड़ें।

इससे बड़ी राष्ट्रीय शर्म की बात क्या हो सकती है कि दुनिया भर में देश का नाम रोशन करने वाली पहलवान बेटियों को न्याय मांगने के लिए गंगा नदी में अपने पदक बलिदान करने जैसा कठोर कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा। इसका एकमात्र कारण यह है कि भाजपा सांसद ‘बृजभूषण सिंह मोदी सरकार के कृपापात्र हैं।

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