बीजेपी ने संविधान को पूरी तरह से स्वीकार नहीं किया है: खड़गे
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया कि बीजेपी हमेशा से सामाजिक न्याय के खिलाफ है और सेकुलरज्म के भी खिलाफ है। आरएसएस और मोहन भागवत तो देश से आरक्षण और संविधान को खत्म करने में लगे हुए हैं। वह हमेशा से ही संविधान को बदलने की बात करते हैं।
खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी इस देश में संविधान को खत्म करने का काम कर रही है। पीएम मोदी एक तरफ कहते है कि संविधान सुरक्षित है, लेकिन दूसरी तरफ उनके सांसद कहते हैं कि हम संविधान को बदलेंगे।
उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए यह भी आरोप लगाया कि वो अपने नेताओं से कहलवाते हैं कि संविधान बदलने के लिए दो तिहाई बहुमत दो। ऐसा बीजेपी के सांसद बोल रहे हैं। उन्होंने दोहराया है कि संविधान को बदलना चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अगर हिम्मत है तो ऐसे नेताओं को अपनी पार्टी से बाहर निकलना चाहिए। क्या देश में 400 सीटों की बात मोदी जी देश में संविधान को बदलने के लिए कर रहे हैं। उन्होंने दावा करते हुए आरोप लगाया कि आज भी आरएसएस तिरंगे झंडे को इतना मान नहीं देती है और केवल भगवे झंडे को ही महत्व देती है।
इलेक्टोरल बॉन्ड पर खड़गे ने कहा कि एसबीआई की ओर से सुप्रीम कोर्ट से समय मांगने से साफ हो गया कि मोदी सरकार काले कारनामे पर पर्दा डालना चाहती है। इतने समय की क्या जरूरत है? सरकार चुनाव तक सच छुपाना चाहती है।
पार्टी अध्यक्ष खड़गे ने कहा कि कोई संविधान बदलने की कोशिश करेगा तो हंगामा होगा। संविधान बदलने की बात केरेंगे तो देश में हंगामा होगा। उन्होंने कहा कि अगर पीएम मोदी इसके खिलाफ हैं तो चुप बैठने की बजाय ऐसे नेताओं को पार्टी से बाहर करना चाहिए। हम इस तरह के प्रयासों की निंदा करते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आजकल हिंदी छोड़ कर क्षेत्रीय भाषा में बोल कर लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं। दु:ख है कि संविधान को पूरी तरह से बीजेपी की ओर से स्वीकार नहीं किया गया है।