आजम खान कांग्रेस का हाथ थामेंगे या खड़ा करेंगे अलग मोर्चा

आजम खान कांग्रेस का हाथ थामेंगे या खड़ा करेंगे अलग मोर्चा

आजम खान इन दिनों उत्तर प्रदेश की सियासत में सबसे अधिक चर्चा का केंद्र बने हुए हैं। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के साथ जब से उनकी नाराजगी की बात सामने आई है विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता उनसे मुलाकात के लिए लाइन लगाकर खड़े हुए हैं। सीतापुर जेल में आए दिन मुलाकात की अर्ज़ियाँ दी जा रही हैं।

आज़म खान से अलग-अलग दलों के नेता मिलने के लिए वक्त ले रहे हैं। शिवपाल यादव के बाद आजम खान से मुलाकात करने के लिए गए समाजवादी पार्टी के विधायक रविदास मेहरोत्रा को हालांकि नाकाम ही बैरंग लौटना पड़ा लेकिन अब कांग्रेस के कद्दावर नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सीतापुर जेल जाकर आजम खान से मुलाकात की है तो एक बार फिर अटकलों का बाजार गर्म हो गया है कि आजम खान अगर समाजवादी पार्टी से अलग जाते हैं तो उनका अगला पड़ाव क्या होगा ?

आज़म खान अखिलेश यादव को किनारे लगा कर अपने सहयोगियों के साथ भाजपा के खिलाफ एक ऐसा नया मोर्चा खड़ा करेंगे जिसमें अखिलेश यादव के लिए कोई जगह न हो या फिर वह कांग्रेस का हाथ थाम लेंगे इस बात को लेकर अलग अलग क़यास लगाए जा रहे हैं। सीतापुर जेल में बंद आजम खान के खिलाफ 72 मामले दर्ज हैं। आजम खान के मीडिया प्रभारी फसाहत अली शानू ने दावा किया है कि उन्हें 71 मामलों में जमानत मिल चुकी है। आशा जताई जा रही है कि आजम खान ईद तक जेल से बाहर आ जाएंगे।

बता दें कि अखिलेश यादव के खिलाफ सबसे पहले फसाहत अली शानू ने हीं मोर्चा खोला था। अखिलेश यादव पर एक के बाद एक कई प्रहार करते हुए उन्होंने कहा था कि समाजवादी पार्टी आजम खान की अनदेखी कर रही है। शानू के बयान को आजम खान के परिवार की आवाज माना गया था क्योंकि आज़म के परिवार ने इस संबंध में कुछ भी नहीं था।

शानू के बयान के बाद ही रालोद प्रमुख जयंत चौधरी रामपुर पहुंचे थे और उन्होंने आजम के परिवार से मुलाकात की थी। इस मुलाकात को डैमेज कंट्रोल की मुहिम कहा गया था लेकिन अखिलेश यादव ने जयंत के दौरे पर सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने जयंत को नहीं भेजा था। हालांकि बाद में समाजवादी पार्टी के विधायक आजम खान से मिलने पहुंचे थे लेकिन आजम ने उन्हें मिलने का समय नहीं दिया था। मेहरोत्रा ने कहा था कि उन्हें अखिलेश यादव ने आजम खान से मिलने के लिए भेजा है।

अब आचार्य प्रमोद कृष्णम से आजम खान की 90 मिनट्स से अधिक चली मुलाकात के बाद फिर अटकलें लगाई जाने लगी है कि आजम खान का अगला राजनीतिक कदम क्या होगा। हालांकि आचार्य प्रमोद कृष्णम ने इस मुलाकात के बारे में कहा है कि आजम खान से मिलने के लिए मैं कोई रणनीति बनाने नहीं आया था। उनका हाल चाल जानना था। उनकी सेहत की जानकारी लेने आया था। मैं मानता हूं कि आजम खान के ऊपर जुल्म और ज्यादती हुई है।

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