25 साल बाद कैसा होगा भारत? जानें स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी की योजना!
आज भारत आज़ादी का 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है जिसे इस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमृत महोत्सव का रूप दिया है। इस शुभ अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि अगले 25 साल भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं, जिसमें सभी को खुद से पांच वादे करने और उन्हें पूरा करने की ज़रूरत है।
देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने बताया कि कैसे 2047 तक देश को उसे बनाने वालों के अनुसार ढ़ाला जा सकता है। उन्होंने एक-एक करके पांच वादों को गिनवाया और सभी देशवासियों से उनका पालन करने का आग्रह किया और साथ में यह भी कहा कि वह स्वयं उनका पालन करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने पहली प्रतिज्ञा का ज़िक्र करते हुए कहा कि भारत अगले 25 वर्षों में विकसित देशों की श्रेणी में शामिल होना चाहिए। “मैं युवाओं से कहता हूं कि अपने जीवन के अगले 25 साल देश के लिए समर्पित कर दें और सपथ लें कि हम साथ मिलकर पूरी मानवता के लिए काम करेंगे।”
प्रधानमंत्री मोदी ने दूसरे बिंदु की तरफ इशारा करते हुए कहा कि हमें दूसरों की तरह बनने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। “कभी-कभी हमारी प्रतिभा भाषा की वजह से बाधित होती है, हमें देश की हर भाषा पर गर्व होना चाहिए।” हमें दुनिया से किसी मान्यता की आवश्यकता नहीं है, हमें एक महत्वपूर्ण राष्ट्र के रूप में अपनी पहचान बनाने की आवश्यकता है।
तीसरे बिंदु का ज़िक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमें अपनी विरासत पर गर्व करना चाहिए। “जब हम अपनी जड़ों के साथ जुड़े रहते हैं तभी हम ऊंची उड़ान भर सकते हैं और पूरी दुनिया के लिए उपयोगी हो सकते हैं।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अनुसार, हमें अपने राष्ट्र की भलाई के लिए एकजुट होना चाहिए, समानता भारत के विकास की आधारशिला है। उनका कहना था कि “हम सबसे पहले इंडिया” के नारे पर एकजुट हैं।
उन्होंने महिलाओं की समानता का विशेष रूप से ज़िक्र करते हुए कहा कि महिलाओं का सम्मान एक विकसित भारत के लिए एक महत्वपूर्ण स्तंभ है, और हमें ‘नारी शक्ति’ (महिला सशक्तिकरण) को और बढ़ाना चाहिए।
इसी तरह, पांचवां वादा नागरिकों के कर्तव्यों से संबंधित है। उन्होंने नागरिकों से ज़ोर देते हुए आग्रह किया है कि वे बिजली और पानी की बचत करें। “अगर हम इसका पालन करते हैं, तो हम आने वाले दिनों में अपने वांछित लक्ष्यों तक पहुंचने में सक्षम होंगे।” उन्होंने कहा कि यह जिम्मेदारी हर नागरिक पर लागू होती है साथ ही सभी मंत्रियों और प्रधानमंत्री की भी ये ज़िम्मेदारी बनती है। “हर वो क़ौम जिसके पास अनुशासन है, विकसित और कामयाब होता है, अगर हर कोई अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करे, तो भारत बहुत तेज़ी से विकसित हो सकता है।”