सिंधिया समर्थक विधायक ने शिवराज सरकार पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप
गुरुवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के एक और विधायक ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया। कयास हैं कि वे जल्द ही कांग्रेस का हाथ थाम लेंगे। जिस विधायक ने इस्तीफा दिया है वे हैं शिवपुरी की कोलारस विधानसभा सीट से विधायक वीरेंद्र रघुवंशी।
सिंधिया की राजनीतिक जमीन माने जाने वाले ग्वालियर चंबल इलाके में कुछ ही दिनों में बीजेपी का साथ छोड़ने वाले वीरेंद्र रघुवंशी चौथे नेता हैं। बीजेपी की अंदरूनी खटपट लगातार बढ़ती जा रही है। विधानसभा चुनाव सिर पर आने के साथ ही कई खेमों में बंटी बीजेपी की अंतरकलह साफ दिख रही है।
इसी क्रम में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक एक-एक करके कांग्रेस में लौटने लगे हैं। सिंधिया जब तीन बरस पहले बीजेपी में शामिल हुए थे तो अपने साथ कांग्रेस के कई विधायकों और कार्यकर्ताओं को भी पार्टी में ले गए थे। लेकिन लगातार होती उपेक्षा के बाद अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर इन विधायकों और कार्यकर्ताओं के सब्र का बांध टूटने लगा है।
बीजेपी को भेजे अपने इस्तीफे में वीरेंद्र रघुवंशी ने सिंधिया पर ही आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि सिंधिया ने किसानों के कर्जपत्र के मुद्दे पर झूठ बोला। रघुवंशी ने बीजेपी की शिवराज सरकार पर भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया है। बीजेपी से अलग होने के बाद वीरेंद्र रघुवंशी कहां जाएंगे, इस पर वे अभी खामोश हैं, लेकिन कयास हैं कि वे कांग्रेस के साथ जाने वाले हैं। रघुवंशी से पहले बीजेपी छोड़ने वाले तीनों नेता कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं।
रघुवंशी ने आरोप लगाया है कि शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार गौमाता के नाम पर वोट हासिल कर लेती है लेकिन इस बारे में करती कुछ नहीं है। उन्होंने कहा, अधिकांश गौशालाएं चालू नहीं हैं, या उन्हें चार-पांच महीनों में धन नहीं मिला। इस कारण, गायें अभी भी सड़कों पर मर रही हैं।