भारत, ईरान से तेल ख़रीदने को तैयार, इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स ग्रुप के एक रिपोर्टर के अनुसार भारतीय ऑइल रिफ़ाइनरियां ईरान से 2021 के आख़िर तक कच्चा तेल ख़रीदने की जुगत में हैं।
रॉयटर्स के मुताबिक़ भारत की ऑइल रिफ़ाइनरियों ने अमेरिका के मना करने के बाद से ईरान से कच्चा तेल ख़रीदना रोक दिया था, लेकिन ट्रंप सरकार ने 2018 में 5 यूरोपीय देशों की मौजूदगी में बरजाम अनुबंध के तहत लगने वाले प्रतिबंध से ख़ुद को किनारे कर लिया।
बाइडन सरकार डायरेक्ट पिछले कुछ हफ़्तों से वियना ऑस्ट्रिया में होने वाली मीटिंग में शामिल होकर परमाणु कार्यक्रम और दोनों देशों के बीच कुछ दूसरे मामलात पर चर्चा कर रही है।
रिपोर्ट बताती हैं कि दोनों देशों के बीच होने वाली बातचीत सकारात्मक दिशा में बढ़ रही हैं लेकिन अभी किसी नतीजे तक नहीं पहुंची हैं।
भारतीय ऑइल कार्पोरेशन ने कहा: भारत की बड़ी ऑइल रिफाइनरियां जैसे भारत पेट्रोलियम, हिन्दुस्तान पेट्रोलियम ने ईरान से तेल ख़रीदने की बातचीत के चलते दूसरे देशों से तेल ख़रीदना कम कर दिया है, इन ऑइल रिफाइनरियों ने यह भी कहा कि ईरान से तेल लेना तभी सम्भव होगा जब पाबंदियां हट जाएं और असली क़ीमत में तेल मिले।
अमेरिकी प्रतिबंध से पहले ईरान के लिए भारत सबसे बड़ा तेल के निर्यात का बाज़ार था, और चीन के बाद भारत ही सबसे अधिक तेल ईरान से ख़रीदता था, अमेरिकी प्रतिबंध के बाद भारत ने ईरान से तेल ख़रीदना बंद कर दिया था, लेकिन चीन पहले की तरह अभी भी ईरान से तेल ख़रीद रहा है।
इसके अलावा ईरान कच्चे तेल के आयात निर्यात को बढ़ाने के लिए वीन में होने वाले समझौते पर निगाहें जमाए हुए है और उसके लिए ख़ुद को तैयार कर रहा है।