वैक्सीन की बर्बादी का मतलब जीवन को सुरक्षा न दे पाना:पीएम मोदी,
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुरुवार को कोरोनावायरस को लेकर अलग-अलग जिलों के जिलाधिकारियों से वर्चुअल कॉन्फ्रेंस के जरिए बात की.
पीएम मोदी ने अपनी बातचीत में कहा: कि ‘कोरोना महामारी पिछले 100 सालों में सबसे बड़ी आपदा है और कोरोनावायरस महामारी ने आपके सामने चुनौतियां और बढ़ा दी हैं.’
पीएम मोदी का ने वर्चुअल कॉन्फ्रेंस में कहा: ‘पिछली महामारियां हों या फिर ये समय, हर महामारी ने हमें एक बात सिखाई है. महामारी से डील करने के हमारे तौर-तरीकों में निरंतर बदलाव, निरंतर प्रयोग बहुत जरूरी है. यह वायरस म्यूटेशन में, स्वरूप बदलने में माहिर है, तो हमारे तरीके और रणनीतियां भी विस्तृत होनी चाहिए.’
पीएम ने कोरोना के एक्टिव केस के कम होने पर कहा: ‘बीते कुछ समय से देश में एक्टिव केस कम होना शुरू हुए हैं, लेकिन आपने इन डेढ़ सालों में ये अनुभव किया है कि जब तक ये संक्रमण माइनर स्केल पर भी मौजूद है, तब तक चुनौती बनी रहती है.’
उन्होंने जिलाधिकाारियों से कहा कि ‘आप जिलों में सबसे बड़े योद्धा है. हमें गांव-गांव यही संदेश पहुंचाना है कि हमें अपने गांव को कोरोना फ्री रखना है. हमें लंबे समय तक जागरूकता बनाए रखना है.’
द इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार पीएम ने वैक्सीन वेस्टेज को लेकर चिंता जताते हुए कहा कि इसे रोकना बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा कि ‘एक भी वैक्सीन वेस्टेज होने का मतलब है एक जीवन को जरूरी सुरक्षा कवच नहीं दे पाना, इसलिए वैक्सीन वेस्टेज रोकना बेहद जरूरी है.’
बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने युवाओं और बच्चों में नए मामलों पर चिंता की बात भी कही. “कोरोनावायरस म्यूटेशन के कारण, युवाओं, बच्चों के बारे में अधिक चिंता हैं। हमें और अधिक तैयार रहना होगा, ”उन्होंने अधिकारियों से अपने जिलों में सीओवीआईडी संक्रमण और युवाओं, बच्चों के बीच इसकी गंभीरता पर डेटा एकत्र करने के लिए भी कहा।