दूसरी लहर से अधिक ख़तरनाक और भयावह हो सकती है तीसरी लहर: गृह मंत्रालय, Covid-19 की दूसरी लहर हज़ारों लोगों की जान लेकर धीरे धीरे ख़त्म हो रही है, देश में अधिकतर राज्यों में अब कोरोना कर्फ़्यू की पाबंदियां कुछ नियमों के साथ हटा ली गई हैं, शॉपिंग मॉल, मार्केट, रेस्टोरेंट, मेट्रो समेत अन्य परिवहन सुविधाओं के लिए अनुमति दी जा चुकी है।
लेकिन अचानक दी गई इस ढील के बाद सड़कों, बाज़ारों और मॉल वग़ैरह में जो माहौल बना है उसने गृह मंत्रालय की चिंता बढ़ा दी है, बुधवार को गृह मंत्रालय और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के बीच होने वाली बैठक में इसपर वार्ता हुई, जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ़ से दिशानिर्देश जारी हुए कि छूट और ढील तो मिल गई है लेकिन Covid-19 के प्रोटोकोल का पूरा पालन होना चाहिए, क्योंकि अगर हालात में लापरवाही रही तो तीसरी लहर बहुत ख़तरनाक और भयावह हो सकती है।
सूत्रों की मानें केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आशंका जताई है कि जिस तरह अचानक सड़कों पर भीड़ दिखाई दे रही है उससे Covid-19 पर नियंत्रण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
यही वजह है कि गृह मंत्रालय ने स्वास्थ्य मंत्रालय समेत सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को Covid-19 के प्रोटोकॉल का पालन करने का सख़्त आदेश दिया है, ख़ास कर वह लोग जो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं और मास्क का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं उनपर सख़्ती की जाए।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने वैक्सीनेशन पर काफ़ी ज़ोर दिया और कहा कि जब वैक्सीन ही एकमात्र उपाय है तो फिर इसमें लापरवाही ठीक नहीं है।
उत्तर प्रदेश के चिकित्सा मंत्री सुरेश खन्ना का कहना है कि उन्होंने अधिकारियों को साफ़ निर्देश दिए हैं कि Covid-19 प्रोटोकॉल का पालन न करने वालों पर सख़्ती की जाए, खन्ना का कहना है कि अभी भी Covid-19 वायरस हमारे बीच में है, थोड़ी सी भी लापरवाही देश के हालात बदल सकते हैं इसलिए प्रशासन अधिकारियों को सतर्क रहना होगा।