रायटर्स की खबर के अनुसार अमेरिकी अर्थव्यवस्था ने दूसरे विश्व युद्ध के बाद साल 2020 में सबसे बुरा समय देखा क्योंकी कोविड 19 महामारी ने व्यापार ओर उपभोक्ता निवेश को प्रभावित किया जिस कारण अनेकों अमेरिकी नागरिक बेरोज़गार होकर गरीबी का शिकार हो गए।
वायरस से लड़ने के लिए टीकों के वितरण पर अर्थव्यवस्था की संभावनाएं प्रबल हैं। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने 1.9 ट्रिलियन डॉलर की वसूली योजना की बात कही थी लेकिन कुछ सांसदों ने दिसंबर के अंत में सरकार द्वारा लगभग 900 बिलियन डॉलर की अतिरिक्त राशि प्रदान करने के बाद मूल्य बढ़ा दिए।
दीसे का कहना है कि अगर जल्दी कोई कार्यवाही नहीं की गई तो हमे आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है जिससे अमेरिकियों के लिए रोज़गार पैदा करके दुबारा अपने पैरों पर खड़ा होना और मुश्किल हो जाएगा।
ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि इस वर्ष की दूसरी तिमाही तक अर्थव्यवस्था अपने पूर्व महामारी स्तर तक पहुंच सकती है।
न्यूयार्क में ऑक्सफोर्ड इकोनॉमी के अमरीकी अर्थशास्त्री ग्रेगोरी देको का कहना है कि हम 2021 में उपभोक्ता खर्च में वृद्धि की उम्मीद करते हैं,साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना का टीका जुलाई माह तक लगभग दो तिहाई अमेरिकियों तक पहुंच जाएगा और इस साल बसंत ऋतु तक रोज़गारों में भी काफी तेज़ी आएगी।
शिकागो विश्वविद्यालय और नोट्रे डेम विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों द्वारा किए गए एक सर्वे में दिखाया गया है कि 2020 के आखरी 6 महीनों में गरीबी 2.4 प्रतिशत बढ़कर 11.8% हो गई है।
पेन्सिलवेनिया के वेस्ट चेस्टर में मूडीज एनालिटिक्स के एक वरिष्ठ अर्थशास्त्री रेयान स्वीट ने कहा कि श्रमिक बाजार इस बार शीतकाल में मुश्किलों से जूझ रहा है, लेकिन उम्मीद है कि आगे बेहतर समय आएगा।