अमेरिका ने अपने नागरिकों को लेबनान की यात्रा करने से मना किया
वॉशिंगटन: अमेरिका ने हिज़बुल्लाह और इज़रायल के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर अपने नागरिकों के लिए लेबनान को लेकर एक ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है। इस एडवाइजरी में अमेरिकी नागरिकों को लेबनान की यात्रा करने से स्पष्ट रूप से मना किया गया है। रविवार को जारी की गई अमेरिकी दूतावास की इस एडवाइजरी में कहा गया है कि क्षेत्र में तनाव बढ़ रहा है, जिसके कारण उड़ानों की आवाजाही प्रभावित हो रही है, इसलिए लेबनान की यात्रा से बचने की सलाह दी गई है।
क्षेत्र में तनाव की स्थिति
स्पष्ट रहे कि इज़रायल और हिज़बुल्लाह दोनों ही एक-दूसरे के खिलाफ आक्रामक कार्रवाइयों में लगे हुए हैं। इज़रायल और हिज़बुल्लाह के बीच लेबनान सीमा पर हाल के दिनों में तनाव में काफी बढ़ोतरी हुई है। इज़रायली मंत्री भी एक पूर्ण और खुली युद्ध की संभावना जताते हुए चेतावनी दे चुके हैं। इज़रायल और हिज़बुल्लाह के बीच की इस खींचतान ने क्षेत्र में अस्थिरता को और बढ़ा दिया है।
अमेरिकी प्रतिक्रिया
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने भी जापान के दौरे के दौरान इस मुद्दे पर बयान देते हुए इज़रायल के पक्ष में अपनी सरकार की स्थिति को स्पष्ट किया है। उन्होंने कहा, “इज़रायल को अपनी रक्षा का पूरा अधिकार है और इस सिलसिले में अमेरिका इज़रायल का पूरी तरह समर्थन करता है।” उनके इस बयान ने इज़रायल के प्रति अमेरिकी समर्थन को और पुख्ता किया है।
विमान सेवा प्रभावित
इज़रायल और हिज़बुल्लाह के बीच तनाव और झड़पों में बढ़ोतरी के बाद मिडिल ईस्ट अमीरात नामक विमान कंपनी ने अपनी कुछ उड़ानों के शेड्यूल में बदलाव किया है। इसके अलावा, कुछ अन्य विमान कंपनियों ने भी अपनी उड़ानों के समय में बदलाव किया है ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
आकस्मिक घटनाएँ और हताहतों की संख्या
अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी ‘एएफपी’ के अनुसार, ग़ाज़ा युद्ध शुरू होने के बाद विभिन्न मोर्चों पर लेबनान और इज़रायल ने एक-दूसरे को निशाना बनाकर हमले किए हैं। एएफपी के अनुसार, इन हमलों में दोनों तरफ से अब तक 481 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 94 आम नागरिक भी शामिल हैं। इस स्थिति ने क्षेत्र की मानविक स्थिति को और अधिक गंभीर बना दिया है। इस समय जब क्षेत्र में तनाव और संघर्ष की स्थिति बनी हुई है, अमेरिकी सरकार अपने नागरिकों को लेबनान की यात्रा से बचने की सलाह दे रही है ताकि उनके सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके।