अफगानिस्तान, मजार-ए-शरीफ में मिनी बसों में हुए बम विस्फोटों में नौ की मौत
पुलिस ने कहा कि अफगानिस्तान के मजार-ए-शरीफ में गुरुवार को अलग-अलग मिनी बसों में हुए दो बम विस्फोटों में कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई।
अफगानिस्तान में पिछले अगस्त तालिबान के सत्ता में लौटने के बाद से पूरे अफगानिस्तान में हिंसक सार्वजनिक हमलों की संख्या में कमी आई है लेकिन आतंकवादी इस्लामिक स्टेट समूह ने शियाओं को निशाना बनाना जारी रखा है। रमजान के उपवास महीने के पिछले दो हफ्तों में अल्पसंख्यक समुदायों के सदस्यों को लक्षित घातक बम विस्फोटों की एक श्रृंखला ने देश को दंग कर दिया है जिसमें दर्जनों लोग मारे गए और घायल हुए हैं।
बल्ख प्रांतीय पुलिस के प्रवक्ता आसिफ वजीरी ने बताया कि गुरुवार को विस्फोट मजार-ए-शरीफ के विभिन्न जिलों में एक दूसरे से कुछ ही मिनटों के भीतर हुए जब यात्री सुबह से शाम तक रमजान का उपवास तोड़ने के लिए घर जा रहे थे। अफगानिस्तान के बल्ख प्रांत के शहर मजार-ए-शरीफ में मिनी बसों पर हुए दोहरे बम विस्फोटों में कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई और 13 अन्य घायल हो गए।
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों में स्वास्थ्य अधिकारियों के हवाले से यह जानकारी दी गई है। सूत्रों क अनुसार दोनों धमाकों में सार्वजनिक परिवहन को निशाना बनाया गया। प्रांतीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने पुष्टि की है कि अस्पतालों में मृतकों के शव लाए गए हैं और घायलों का इलाज किया जा रहा है। इस बीच किसी भी समूह ने विस्फोटों की जिम्मेदारी नहीं ली है।
अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों का कहना है कि अफगानिस्तान में आतंकवाद का फिर से उभरने का खतरा बना हुआ है और इस्लामिक स्टेट आतंकवादी समूह ने कई बड़े हमलों का दावा किया है।