चीन को घेरने के नाम पर इंडोनेशिया को 14 अरब डॉलर के हथियार देगा अमेरिका
अमेरिका एक ओर रूस और यूक्रेन के बीच जारी तनाव के दौरान यूक्रेन में हथियारों का भारी भंडार पहुंचा चुका है वहीं अब चीन के पड़ोसी देशों में भी हथियारों की होड़ शुरू करने की योजना पर काम कर रहा है।
चीन पर नकेल कसने के नाम पर अमेरिका ने इंडोनेशिया को फाइटर जेट बेचने की योजना को मजूरी दे दी है। इंडोनेशिया और अमेरिका के बीच 14 अरब डॉलर के हथियार सौदे पर मुहर लग चुकी है। हिंद प्रशांत में चीन पर नकेल कसने के इरादे से अमेरिका ने नई चाल चली है अमेरिका के इस कदम से चीन चिंतित हो सकता है।
अमेरिका के जो बाइडन प्रशासन ने इंडोनेशिया को 14 अरब डॉलर के हथियारों की बिक्री को हरी झंडी दिखा दी है। चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए अमेरिका लगातार प्रयास कर रहा है और इंडोनेशिया को F-15 युद्धक विमान देना भी इसी नीति का हिस्सा है।
क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए ऑस्ट्रेलिया पहुंचे अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकेन रूस यूक्रेन घटनाक्रम के साथ-साथ इंडो-पेसिफिक में चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकने की नीति पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम किसी के खिलाफ एकजुट नहीं हुए हैं बल्कि हम जैसे हैं उसी के मद्देनजर साथ आए हैं। यह सरल रूप में स्वतंत्र और खुला हिंद-प्रशांत है।
अमेरिका ने इंडोनेशिया को 36 F-16 एवं संबंधित उपकरणों को देने हरी झंडी दिखा दी है। दिसंबर के मध्य में इंडोनेशिया पहुंचे अमेरिकी विदेश मंत्री की यात्रा के समय यह समझौता हुआ था जिसे अमेरिकी प्रशासन ने मंजूरी दे दी है। अमेरिका का दावा है कि इंडोनेशिया को इन हथियारों की आपूर्ति के साथ एशिया प्रशांत क्षेत्र में राजनीतिक स्थिरता एवं आर्थिक प्रगति होगी।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि प्रभावी एवं मजबूत आत्मरक्षा क्षमता का विकास और उसे बनाए रखने में इंडोनेशिया की सहायता करना अमेरिका के राष्ट्रीय हितों के लिए बेहद जरूरी है।