चीन ने सीमा पर भेजे दिल्ली तक मार करने वाली सीजे-20 मिसाइल से लैस फाइटर जेट भारत और चीन के बीच जारी लद्दाख सीमा विवाद के बीच चीन ने एक और उकसावे वाली कार्यवाही करते हुए वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास अपने बमवर्षक युद्धक विमान एच-6 तैनात कर दिए हैं।
चीन के इन युद्धक विमानों को सीजे-20 मिसाइलों से लैस में बताया जा रहा है कि जिनकी मारक क्षमता दिल्ली तक है। हालांकि एक चीनी सैन्य विशेषज्ञ ने इन बातों का इनकार किया है कि यह युद्धक विमान सीजे-20 मिसाइलों से लैस है। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार चीन ने इन विमानों को शिंजियांग क्षेत्र में भेजा है यह क्षेत्र भारत – चीन के बीच विवाद की जगह से बेहद करीब है।
पहले यह विमान बीजिंग के आसपास तैनात रहते थे। कई आधुनिक तकनीकों से लैस इस आधुनिक युद्धक विमान को चीन हाल ही में ताइवान के वायु सीमा क्षेत्र में भी भेज चुका है। हिमालय के पास उड़ान भर रहे इन विमानों की फुटेज कुछ समय पहले ही चाइना सेंट्रल टेलीविजन ने भी जारी की थी।
चीनी सैन्य विश्लेषक टोंग के अनुसार युद्धक विमानों को सीमाक्षेत्र में भेजना निश्चित ही पड़ोसी देशों के लिए चेतावनी की तरह है। चीन के ही एक अन्य सैन्य विश्लेषक शोंग झोंगपिंग ने कहा है कि पीएलए नागरिक क्षेत्रों पर हमले नहीं करेगी। इन विमानों पर सीजे मिसाइल इसलिए लगाई जाती है ताकि जमीन और समंदर पर शत्रु देश के ठिकानों पर निशाना लगाया जा सके। भारतीय सीमा पर भेजे गए विमानों में कम दूरी वाली केडी D-63 मिसाइल लगाई गई है।
वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास चीन के बड़े एयरबेस कम है और वह भारत की तुलना में कमजोर स्थिति में है। जिसकी भरपाई करने के लिए वह सीमा क्षेत्र में युद्धक विमानों की तैनाती कर यह संदेश देने की कोशिश कर रहा है कि वह भारतीय वायुसेना के अड्डों पर हमला करने में सक्षम है। हालाँकि भारतीय वायु सेना रूस से S-400 की प्राप्ति के बाद और अधिक शक्तिशाली हो गई है। रूस का यह एयर डिफेन्स सिस्टम ऐसे हमलों की काट करने में सक्षम है।
चीन की ओर से उकसावे वाली इस कार्रवाई से अलग अरुणाचल प्रदेश में भी सीमा के करीब गांव बसाने की खबरों के बीच भारत और चीन दोनों ने मिलकर विवाद वाली घटनाओं को रोकने पर सहमति जताई है। पूर्वी लद्दाख में भी विवाद को हल करने के लिए दोनों देश 14वें दौर की सैन्य वार्ता जल्द ही करेंगे। चीन स्पष्ट किया है कि सीमा पर तनाव खत्म करते हुए पहले जैसी स्थिति बहाल करने के लिए वार्ता जारी रहेगी