पेगासस बनाने वाली कंपनी पर अमेरिका ने लगाए प्रतिबंध इस्राईल की स्पाइवेयर बनाने वाली कुख्यात कंपनी एनएसओ पर अमेरिका ने प्रतिबंध लगाते हुए उसे ब्लैक लिस्ट कर दिया है।
पेगासस स्पाइवेयर को लेकर दुनिया भर में हंगामा मचा हुआ है। जासूसी उपकरण बनाने वाली इस्राईल की एनएसओ कंपनी पर अमेरिका ने बुधवार को प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है।
वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार पेगासस जैसा विवादित जासूसी उपकरण बनाने वाली एनएसओ को अमेरिका सरकार ने प्रतिबंधित करते हुए काली सूची में डाल दिया है।
अमेरिकी मंत्रालय ने दावा किया है कि बाइडन प्रशासन ने यह कदम इसलिए उठाया है ताकि एक बार फिर मानव अधिकारों को अमेरिका की विदेश नीति में प्रमुखता के साथ पेश किया जा सके और इस जासूसी उपकरण के प्रचार प्रसार पर रोक के साथ ही लोगों की निजता का सम्मान किया जा सके।
फ़ार्स न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार एनएसओ पर अमेरिकी प्रतिबंध लागू होने के बाद अमेरिका की किसी कंपनी को यह अधिकार नहीं होगा कि वह इस्राईल की एनएसओ के साथ किसी प्रकार के सॉफ्टवेयर या अन्य उपकरणों का सौदा करे साथ ही यह इस्राईली कंपनी भी अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के साथ किसी प्रकार का सहयोग नहीं कर पाएगी।
याद रहे कि दुनिया भर में कई विवादों को जन्म देने वाले एनएसओ के विवादित सॉफ्टवेयर पेगासस पर फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रॉन ने कड़ा विरोध जताया था जिसके बाद इस्राईल के युद्ध मंत्री ने फ्रांस की यात्रा करते हुए फ्रेंच अधिकारियों से वार्ता की थी।
वाशिंगटन पोस्ट एवं गार्डियन जैसे कई प्रतिष्ठित अखबारों ने खबर देते हुए कहा था कि सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और भारत सरकार के साथ कई देशों को इस्राईली कंपनी ने पेगासस उपलब्ध कराया था।
दुनिया भर में वरिष्ठ लोगों के फोन हैक करने एवं उनकी जासूसी के लिए पेगासस का प्रयोग किया गया है। फ्रेंच मीडिया की माने तो आशंका जताई जा रही थी कि राष्ट्रपति मैक्रॉन भी पेगासस की भेंट चढ़ने वाले लोगों में शामिल है। मैक्रॉन ने अपनी जासूसी की आशंका के बाद ही अपना फोन एवं नंबर बदल गया था।