पशुपति के मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होने पर चिराग ने दायर की याचिका
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में पशुपति कुमार पारस को शामिल किए जाने पर चिराग पासवान ने कड़ा ऐतराज जताते हुए दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। अपने ट्विटर एकाउंट पर उन्होंने एक के बाद एक कर कई Tweet किए हैं।
चिराग पासवान का कहना है कि पशुपति कुमार पारस को पार्टी विरोधी गतविधियोंऔर शीर्ष नेतृत्व को धोखा देने के कारण लोजपा से निष्काषित किया जा चुका है इसलिए हम उनके केंद्रीय मंत्री मंडल में शामिल करने पर पार्टी कड़ा ऐतराज दर्ज करते है।
चिराग ने ट्वीट करते हुए लिखा कि “लोकसभा अध्यक्ष के द्वारा पार्टी से निकाले गए सांसदों में से श्री पशुपति पारस जी को नेता सदन मानने के बाद लोक जनशक्ति पार्टी ने माननीय लोकसभा अध्यक्ष के समक्ष उनके फ़ैसले पर पुनः विचार याचिका दी थी जो अभी भी विचाराधीन है।”
लोकसभा अध्यक्ष के द्वारा पार्टी से निकाले गए सांसदों में से श्री पशु पति पारस जी को नेता सदन मानने के बाद लोक जनशक्ति पार्टी ने माननीय लोकसभा अध्यक्ष के समक्ष उनके फ़ैसले पर पुनः विचार याचिका दी थी जो अभी भी विचाराधीन है।
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) July 7, 2021
एक दूसरे ट्वीट ने उन्होंने कहा कि लोक जनशक्ति पार्टी ने आज माननीय लोकसभा अध्यक्ष के प्रारंभिक फ़ैसले जिसमें पार्टी से निष्कासित सांसद पशुपति पारस जी को लोजपा का नेता सदन माना था, के फ़ैसले के ख़िलाफ़ आज दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की गई है।
पार्टी विरोधी और शीर्ष नेतृत्व को धोखा देने के कारण लोक जनशक्ति पार्टी से श्री पशुपति कुमार पारस जी को पहले ही पार्टी से निष्काषित किया जा चुका है और अब उन्हें केंद्रीय मंत्री मंडल में शामिल करने पर पार्टी कड़ा ऐतराज दर्ज कराती है।
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) July 7, 2021
बता दें कि मंत्रीमंडल विस्तार से एक दिन पहले चिराग ने कहा था कि अगर लोजपा सांसद के रूप में पशुपति कुमार पारस को केंद्र में मंत्री बनाया जाता है तो वे इसके विरोध में कोर्ट में जाएंगे। हाँ वो निर्दलीय मंत्री बन सकते हैं।
चिराग ने ये दावा किया है कि पार्टी के 95% लोग मेरे साथ हैं. मैं चुनौती देता हूं कि इसको गलत साबित करें.