सऊदी अरब और मिस्र ने लाल सागर की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर दिया ज़ोर
तुर्की की आनातोली समाचार एजेंसी के अनुसार मिस्र के राष्ट्रपति कार्यालय से जारी हुए एक बयान में कहा गया कि अल-सीसी ने सऊदी किंग सलमान बिन अब्दुल अज़ीज़ से एक मुलाक़ात की, उसके बाद मिस्र के राष्ट्रपति और बिन सलमान के बीच एक बैठक हुई।
बिन सलमान और अल सीसी के बीच इस बैठक में सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस ने क़ाहिरा और रियाद के बीच संबंधों की प्रशंसा की और अरब देशों की स्थिरता का समर्थन करने में मिस्र की महत्त्वपूर्ण भूमिका पर ज़ोर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि सऊदी अरब विशेष रूप से अर्थव्यवस्था और निवेश के साथ साथ विकास के क्षेत्र में मिस्र के साथ उत्कृष्ट द्विपक्षीय संबंधों को जारी रखने की आशा रखता है।
दूसरी तरफ़ मिस्र के राष्ट्रपति ने भी ज़ोर देकर कहा कि मिस्र के अधिकारियों की सऊदी अरब यात्रा, सहयोग और समन्वय बढ़ाने के प्रयासों को दर्शाती है। अल-सीसी और बिन सलमान ने द्विपक्षीय संबंधों को मज़बूत करने और दोनों देशों के बीच साझेदारी को जारी रखने के तरीक़ों के साथ साथ कुछ क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा की।
मिस्र के राष्ट्रपति के बयान के अनुसार अल-सीसी और बिन सलमान ने क्षेत्र में विभिन्न चुनौतियों का सामना करने के लिए अरब देशों के बीच सहयोग को मज़बूत करने और मिस्र और सऊदी अरब के बीच विशेष रूप से बहुलता के प्रकाश में परामर्श और स्थिति के समन्वय को तेज़ करने के महत्व पर ज़ोर दिया और कुछ मित्र देशों पर इस क्षेत्र में संकट के ख़तरे पर भी बातचीत की।
दोनों देशों के बीच बैठक में क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार प्रवाह की आधारशिला के रूप में लाल सागर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के महत्व पर भी ज़ोर दिया गया। बिन सलमान के साथ इस बैठक में मिस्र के राष्ट्रपति ने ज़ोर देते हुए कहा कि जीसीसी सदस्य देशों की राष्ट्रीय सुरक्षा मिस्र की राष्ट्रीय सुरक्षा का एक अभिन्न अंग है।
सऊदी अरब की आधिकारिक समाचार एजेंसी वास ने भी यह जानकारी दी कि सलमान बिन अब्दुल अज़ीज़ ने रियाद के यामामा पैलेस में अल-सीसी का स्वागत किया। मिस्र के राष्ट्रपति द्विपक्षीय संबंधों और क्षेत्रीय विकास पर सऊदी अधिकारियों के साथ बातचीत के लिए मंगलवार को सऊदी राजधानी रियाज़ पहुंचे और क्राउन प्रिंस बिन सलमान ने उनका स्वागत किया।