तालिबान के आतंक से परेशान 3 लाख अफगानी ईरान पहुंचे अफगानिस्तान पर तालिबान के शासन के बाद से ही इस देश में एक बार फिर पलायन संकट गहरा गया है।
तालिबान के आतंकवाद से परेशान नागरिकों को जैसे ही मौका मिल रहा है वह देश छोड़कर भाग रहे हैं। ऐसे में अफगानिस्तान की सीमा से लगे ईरान में अफगान शरणार्थियों के पहुंचने का सिलसिला लगातार जारी है।
अफगानिस्तान से तालिबान के आतंक के डर से रोजाना सैकड़ों की तादाद में लोग भागकर ईरान पहुंच रहे हैं। अब तक 3 लाख से अधिक लोग ईरान पहुंच चुके हैं। अगर यह सिलसिला यूं ही जारी रहा तो एक बार फिर यूरोप को भी शरणार्थी संकट से का सामना करना पड़ेगा।
नॉर्वेजियन रिफ्यूजी काउंसिल {एनआरसी} के महासचिव जैन इंग्लैंड ने अफगानिस्तान की सीमा से लगे ईरान के किरमान प्रांत में शरणार्थियों से मुलाकात करते हुए कहा कि तालिबान शासन के बाद से ही अफगानिस्तान से लोगों के भागने का सिलसिला जारी है। अफगानिस्तान से पलायन कर रहे लोगों को भोजन के साथ साथ उनकी प्राथमिक जरूरतों को पूरा करने की आवश्यकता है।
अपना घर बार छोड़कर शरण लेने के लिए दर बदर होने वाले लोगों का आंकड़ा जारी करते हुए संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी ने कहा है कि इस वर्ष की पहली छमाही में दुनिया भर में शरणार्थी लोगों की संख्या बढ़कर 8 ,4 करोड से अधिक हो सकती है। अधिकतर शरणार्थी लोगों की संख्या अफ्रीका में जारी संघर्ष के कारण बढ़ रही है। अधिकतर शरणार्थी अपने ही देश में विस्थापित हुए हैं।
जनवरी से जून के बीच 43 लाख से अधिक लोग 33 देशों में विस्थापित हुए हैं। याद रहे 15 अगस्त 2021 को काबुल पर नियंत्रण के साथ ही अफगानिस्तान पर एक बार फिर तालिबान का शासन हो चुका है जिसके बाद संकटग्रस्त इस देश में पलायन और भुखमरी जैसे संकट गंभीर हो गए हैं।