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तालिबान की चेतावनी, खून की अंतिम बूँद तक लड़ेंगे : एनआरएफ

तालिबान की चेतावनी, खून की अंतिम बूँद तक लड़ेंगे : एनआरएफ तालिबान अफगानिस्तान में प्रतिरोध का प्रतीक बन चुके पंजशीर को हासिल करने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।

तालिबान ने पंजशीर को अपने नियंत्रण में लेने के दावे किये हैं जिनका प्रतिरोधी बलों की ओर से खंडन किया गया है।

तालिबान ने अफ़ग़ान सेना के पूर्व सैनिकों को हाथ मिलाने का निमंत्रण देते हुए कहा है तालिबान किसी विद्रोह को सहन नहीं करेगा। जो भी तालिबान की राह में बढ़ा बनेगा उस से पंजशीर की तरह निबटा जाएगा।

तालिबान ने पंजशीर फतह करने के दावे के बाद बयान जारी किया है। रविवार रात तालिबान के वाहन पंजशीर घाटी में घूमते देखे गए हैं।

समाचार एजेंसी एपी ने चश्मदीद गवाहों के हवाले से खबर देते हुए कहा है कि तालिबान के लड़ाकों ने पंजशीर के 8 जिलों पर नियंत्रण कर लिया है। वहीँ प्रतिरोधी बल के नेता अहमद मसूद ने लड़ाई खत्म करने का आह्वान करते हुए कहा था कि तालिबान अगर हमले बंद कर देता है तो प्रतिरोधी सेना हथियार डालने के लिए तैयार है।

तालिबान प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने अफगान सेना के पूर्व सैनिकों से हाथ मिलाने का आह्वान करते हुए कहा है कि तालिबान शासन के खिलाफ किसी भी विद्रोह को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

याद रहे कि पंजशीर प्रांत को लेकर तालिबान और एनआरएफ की ओर से अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं। एनआरएफ की ओर से अहमद मसूद का एक ऑडियो मैसेज जारी किया गया है जिसमें वह कहते नजर आ रहे हैं कि नेशनल है रेजिस्टेंस फ्रंट {एनआरएफ} के लड़ाके अभी पंजशीर में मौजूद हैं और तालिबानी लड़ाकों के साथ जंग कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि वह अपने खून की आखिरी बूंद तक लड़ते रहेंगे। एनआरएफ तालिबान से लड़ता रहेगा। उन्होंने कहा कि अफ़ग़ान जनता एवं अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को तालिबान से लड़ने के लिए एक साथ आना चाहिए।

अहमद मसूद ने कहा कि तालिबान बदल गया है। अब वह पहले से अधिक आक्रामक है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र पर तालिबान के साथ बातचीत कर गलत फैसले लेने का आरोप लगाया है। अहमद मसूद ने पाकिस्तान पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके परिवार के सदस्यों और सहयोगियों को मारने के लिए पाकिस्तान ने तालिबान की मदद की ह।

सभी देश पाकिस्तान की मिलीभगत के बारे में जानते हैं लेकिन फिर भी चुप हैं। पाकिस्तान पंजशीर में अफगान लोगों पर हमला कर रहा है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय शांति से यह सब देख रहा है। तालिबान पाकिस्तान की मदद से अफ़ग़ान लोगों पर हमले कर रहा है।

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