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तालिबान ने भारतीय पत्रकार दानिश सिद्दीक़ी की हत्या में अपना हाथ होने से किया इंकार

तालिबान ने भारतीय पत्रकार दानिश सिद्दीक़ी की हत्या पर किया अफ़सोस, अपना हाथ होने से किया इंकार

तालिबान के अफ़ग़ानिस्तान पर बढ़ते क़ब्ज़े ने पूरे विश्व को कई बातें सोचने पर मजबूर कर दिया है, क्या इससे पहले अमेरिका का तालिबान को ख़त्म करने का दावा झूठा था? तालिबान को मिटाने का डंका बजा कर चुनाव जीतने वाली सरकारें अब तालिबान के बढ़ते क़ब्ज़े पर क्या कहेंगी?

क़ब्ज़ा तो एक तरफ़ लगातार वहां हो रही हत्याओं ने भी लगभग सभी देशों की जनता के दिलों को झकझोर दिया है, अभी कुछ दिन पहले ही भारत ने अपने दूतावास से सभी कर्मचारियों को वापस बुलाया ही था कि कल भारत के जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीक़ी की मौत की ख़बर आई।

और आज ख़बर आ रही है कि भारतीय जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीक़ी की कंधार में होने वाली मौत पर तालिबान ने अफ़सोस ज़ाहिर किया है, और कहा है कि इस हादसे में उनका कोई हाथ नहीं है, दानिश सिद्दीक़ी के मृत्यु शरीर को वहां के लगभग 5 बजे ICRC इन्टरनेशनल कमेटी ऑफ़ रेड क्रॉस को सौंप दिया गया, आपकी जानकारी के लिए यह बता दें कि दानिश सिद्दीक़ी की मौत कंधार के एक ज़िले में एक झड़प में हुई थी।

रिपोर्ट के अनुसार तालिबान के प्रवक्ता ज़बीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा, हमें इस बात की कोई जानकारी नहीं कि किस की तरफ़ से होने वाली गोलीबारी में जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीक़ी की मौत हुई, हमें नहीं मालूम उसकी मौत कैसे हुई, CNN से विशेष बातचीत में ज़बीहुल्लाह ने कहा जंग होने वाली जगहों पर जाने वाले हर जर्नलिस्ट को हमें पहले बताना चाहिए, हम उसका विशेष ध्यान रखेंगे

दानिश सिद्दीक़ी की मौत पर अफ़सोस ज़ाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि, हमें भारतीय जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीक़ी की मौत पर अफ़सोस है, इसी के साथ तालिबानी प्रवक्ता ने ने कहा कि हमें इस बात का भी खेद है कि जर्नलिस्ट बिना हमें इन्फॉर्म किए जंग वाले इलाक़ों में दाख़िल हो रहे हैं।

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