हिंसा बढ़ने से श्रीलंकाई सांसद समेत तीन की मौत
श्रीलंका के प्रधान मंत्री महिंदा राजपक्षे को एक दिन की हिंसा के बाद इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ा, जिसमें संसद के एक सत्तारूढ़ दल के सदस्य सहित तीन लोगों की मौत हो गई।
पुलिस ने बताया कि पोलोन्नारुआ जिले से श्रीलंका पोदुजना पेरामुना (एसएलपीपी) के सांसद अमरकीर्ति अतुकोराला को सरकार विरोधी समूह ने पश्चिमी शहर नित्तम्बुआ में घेर लिया। वहीं लोगों का कहना है कि सांसद की एसयूवी से गोली चली थी और जब आक्रोशित भीड़ ने उन्हें कार से उतारा तो उन्होंने भागकर एक इमारत में शरण ली। लोगों का कहना है कि सांसद ने स्वयं अपनी रिवॉल्वर से गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस ने बताया कि इमारत को हजारों लोगों ने घेर रखा था और बाद में सांसद तथा उनका पीएसओ मृत मिला। घटना के बाद राष्ट्रव्यापी कर्फ्यू लगा दिया गया है और राजधानी में सेना तैनात कर दी गई है। उल्लेखनीय है कि ब्रिटेन से वर्ष 1948 में आजादी मिलने के बाद से अब तक के समय में श्रीलंका अपने सबसे बुरे आर्थिक दौर से गुजर रहा है। यह संकट विदेशी मुद्रा भंडार की कमी से उत्पन्न हुआ है जिसका अभिप्राय है कि देश खाद्यान्न, ईंधन के आयात के लिए भगुतान नहीं कर सकता।
श्रीलंका में हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। पीएम महिंद्रा राजपक्षे के इस्तीफे के बाद भी लोगों का गुस्सा कम होने का नाम नहीं ले रहा बल्कि गुस्साई भीड़ अब हिंसक हो गई है। उग्र भीड़ ने माउंट लवीनिया इलाके में सोमवार को पूर्व मंत्री जॉनसन फर्नांडो और सांसद सनथ निशांत के घर में आग लगा दी। कर्फ्यू के बावजूद हजारों की संख्या में भीड़ कोलंबो की सड़कों पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। उग्र भीड़ महिंद्रा राजपक्षे के समर्थकों को एक-एक कर निशाना बना रही है।