रूस, यूक्रेन में “नैतिक रूप से सही” जंग लड़ रहा है: पुतिन
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि, रूस यूक्रेन में “नैतिक रूप से सही” जंग लड़ रहा है। इसी दौरान रूसी रक्षा मंत्रालय ने घोषणा की है कि, उसकी सेनाओं ने पूर्वी यूक्रेन के दोनेत्स्क क्षेत्र के दो और अहम इलाकों पर नियंत्रण हासिल कर लिया है।
पुतिन ने सोमवार को क्रेमलिन की वेबसाइट पर जारी एक वीडियो संबोधन में कहा, “हमारे सैनिक और कमांडर आक्रामक कार्रवाई कर रहे हैं, और पूरा देश यह न्यायसंगत जंग लड़ रहा है। हम कड़ी मेहनत कर रहे हैं, मिलकर वतन के लिए अपने प्रेम और ऐतिहासिक एकजुटता का बचाव कर रहे हैं। हम लड़ रहे हैं और हम जीत रहे हैं।” इसी बीच पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता की कोशिशों के बावजूद जंग के खत्म होने का कोई संकेत नहीं दिख रहा है। ट्रंप ने हाल में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की, पुतिन और यूरोपीय नेताओं के साथ बैठक की सिफारिश की थी।
स्वतंत्र सैन्य नक्शों के अनुसार रूस इस समय यूक्रेन के लगभग 1,14,500 वर्ग किलोमीटर (यानी 19% हिस्से) पर नियंत्रण रखता है, जिसमें क्रीमिया और देश के पूर्व व दक्षिण-पूर्व के बड़े हिस्से शामिल हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले हफ्ते अपने पुराने रुख से हटते हुए कहा था कि, यूक्रेन के पास अपना इलाका वापस लेने का मौका है। वहीं वॉशिंगटन ने कहा कि, वह यूक्रेन की उस मांग पर विचार कर रहा है जिसमें रूस के अंदरूनी इलाकों पर हमले के लिए टॉमहॉक क्रूज़ मिसाइलें मांगी गई हैं।
रूसी रक्षा मंत्रालय ने बताया कि उसकी सेना ने दोनेत्स्क क्षेत्र के दो और मोर्चे—शांद्रियाहोलोवे और ज़ारिचने—पर क़ब्ज़ा कर लिया है। ये दोनों स्लोवियांस्क शहर के उत्तर-पूर्व में स्थित हैं, जिन्हें मास्को अपनी पश्चिम की ओर बढ़ती मुहिम में पाना चाहता है। मंत्रालय ने बयान में कहा कि “रक्षा मंत्री आंद्रे बेलोउसव ने उस यूनिट को बधाई दी है जिसकी साहसी और निर्णायक कार्रवाइयों से ज़ारिचने (जिसे उसके सोवियत काल के नाम किरोव्स्क से भी जाना जाता है) पर क़ब्ज़ा संभव हुआ।”
रूसी रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी वीडियो में सैनिकों को इमारतों के बीच आगे बढ़ते और शांद्रियाहोलोवे पर कब्जे के दौरान रूसी झंडा फहराते हुए दिखाया गया। दूसरी ओर यूक्रेनी अधिकारियों ने इन दावों पर कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने कहा कि दोब्रोपिलिया क़स्बे के पास कीव की जवाबी कार्रवाई में प्रगति हुई है।

