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पाकिस्तानी जनता ने आतंकवाद से बहुत नुकसान उठाया है: अमेरिका 

पाकिस्तानी जनता ने आतंकवाद से बहुत नुकसान उठाया है: अमेरिका 

अमेरिका ने एक बार फिर पाकिस्तान में बढ़ते आतंकवादी हमलों पर चिंता व्यक्त की है और यह स्वीकार किया है कि पाकिस्तानी जनता ने आतंकवाद के कारण अत्यधिक नुकसान झेला है। वाशिंगटन में प्रेस ब्रीफिंग के दौरान अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने स्पष्ट किया कि आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए अमेरिका और पाकिस्तान के बीच नागरिक और सैन्य क्षमता बढ़ाने के लिए परामर्श जारी है।

उन्होंने कहा कि आतंकवाद को रोकने के लिए अमेरिका पाकिस्तानी नेतृत्व के साथ बातचीत करने के लिए प्रतिबद्ध है और इसी सिलसिले में पाकिस्तान के साथ साझेदारी बनाए रखे हुए है। यह स्पष्ट है कि हाल के दिनों में पाकिस्तान को आतंकवाद की लहर का सामना करना पड़ रहा है, विशेष रूप से खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में लगभग हर दिन राज्य-विरोधी तत्वों द्वारा हमले किए जा रहे हैं, जिनमें सुरक्षा बलों समेत आम नागरिक शहीद हो रहे हैं।

बीते दिन भी खैबर पख्तूनख्वा में दो अलग-अलग घटनाओं में 10 से अधिक सुरक्षा कर्मी शहीद हुए थे। पाकिस्तानी सेना के जनसंपर्क विभाग (आईएसपीआर) ने इन मौतों की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है, लेकिन सरकारी सूत्रों ने बताया कि तीराह घाटी में आतंकवादियों के साथ भारी गोलीबारी में कम से कम 8 सुरक्षा कर्मियों की मौत हुई थी। मिलर ने स्वीकार किया कि आतंकवाद के कारण पाकिस्तानी जनता को बहुत अधिक नुकसान उठाना पड़ा है। उन्होंने कहा कि अमेरिका आतंकवाद से प्रभावित परिवारों के साथ खड़ा है। उन्होंने विशेष रूप से 9 नवंबर को क्वेटा में हुए बम धमाके का उल्लेख किया।

यह भी ध्यान देने योग्य है कि हाल ही में खैबर पख्तूनख्वा में आतंकवादियों के साथ पाकिस्तानी बलों की मुठभेड़ हुई थी, जिसमें 9 आतंकवादी मारे गए थे। यह मुठभेड़ तब शुरू हुई जब सशस्त्र व्यक्तियों ने बाग मैदान केंद्र के पास एक सैन्य शिविर पर हमला किया। तीराह घाटी में दो दिनों तक यह मुठभेड़ जारी रही। इस दौरान वहां का व्यापार बंद रहा, लेकिन मंगलवार को तनाव समाप्त होने के बाद दुकानें खुल गईं। रविवार की शाम को स्थानीय व्यापारियों ने प्रदर्शन किया और मुठभेड़ के दौरान मोर्टार गोलों से नष्ट हुई अपनी दुकानों के लिए मुआवजे की मांग की।

प्रेस ब्रीफिंग के दौरान तालिबान की आतंकवाद के समर्थन में भूमिका को लेकर एक सवाल के जवाब में मिलर ने कहा कि, “तालिबान ने पहले वादा किया था कि वे अफगानिस्तान की धरती को आतंकवादियों द्वारा उपयोग करने की अनुमति नहीं देंगे।” उन्होंने यह भी दोहराया कि आतंकवाद के खिलाफ कदम उठाने के लिए अमेरिका पाकिस्तान के साथ सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने यह जानकारी दी कि नागरिक और सैन्य स्तर पर आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए अमेरिका और पाकिस्तान के बीच बातचीत लगातार जारी है। मिलर ने हाल ही में कराची हवाई अड्डे पर हुए हमले की भी निंदा की।

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