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पाकिस्तान: खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में आत्मघाती हमले में 12 सैनिकों की मौत

पाकिस्तान: खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में आत्मघाती हमले में 12 सैनिकों की मौत

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बन्नू जिले में एक भीषण आत्मघाती हमला हुआ, जिसमें 12 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए। स्थानीय पुलिस अधिकारी करीम खान ने जानकारी दी कि यह हमला बन्नू जिले के माली खान इलाके में कल शाम हुआ। हमलावर ने विस्फोटकों से भरी गाड़ी को एक सुरक्षा चौकी से टकराकर उड़ा दिया। इस हमले में 12 सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि हुई है, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं।

हमले की जिम्मेदारी
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, हाफिज गुल बहादुर के नेतृत्व वाले समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। यह समूह पहले तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) की एक सैन्य शाखा के रूप में जाना जाता था। यह हमला आतंकवादी समूहों के बढ़ते हमलों की कड़ी में एक और उदाहरण है, जो पाकिस्तान के उत्तरी और पश्चिमी क्षेत्रों में अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं।

यह आत्मघाती हमला ऐसे समय में हुआ है जब हाल ही में पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर स्थित तिराह घाटी में पाकिस्तानी सेना और आतंकवादियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में कम से कम आठ पाकिस्तानी सुरक्षा कर्मियों के मारे जाने की खबरें आई थीं। हालांकि, पाकिस्तानी सेना ने अपने सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि नहीं की, लेकिन यह बताया कि आठ आतंकवादी मुठभेड़ में मारे गए।

पाकिस्तान वर्तमान में दोहरी चुनौतियों का सामना कर रहा है। एक तरफ उत्तरी और पश्चिमी क्षेत्रों में आतंकवादी हमले बढ़ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ दक्षिणी प्रांतों में अलगाववादी समूह सक्रिय हैं। खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान प्रांत आतंकवादी हमलों और अलगाववादी हिंसा के केंद्र बन गए हैं, जिससे देश की सुरक्षा व्यवस्था पर भारी दबाव पड़ा है।

आतंकवाद के खिलाफ अभियान
पाकिस्तानी सेना ने हाल के महीनों में आतंकवादियों के खिलाफ अपने अभियानों को तेज कर दिया है। इसके बावजूद, आतंकवादी समूहों की बढ़ती गतिविधियां इस बात का संकेत देती हैं कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में चुनौतियां अभी भी गंभीर बनी हुई हैं। हाफिज गुल बहादुर जैसे समूह, जो पहले सीमित क्षेत्रीय गतिविधियों तक सीमित थे, अब अधिक संगठित और घातक हमले कर रहे हैं।

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