Site icon ISCPress

न्यूज़ीलैंड की सेना भी उतनी नहीं जितने सैनिक उनकी सुरक्षा में तैनात थे

न्यूज़ीलैंड की सेना भी उतनी नहीं जितने सैनिक उनकी सुरक्षा में तैनात थे पाकिस्तान के साथ गृह मंत्री शैख़ रशीद ने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ अपना ग़ुस्सा प्रकट किया है।

न्यूज़ीलैंड के खिलाफ ग़ुस्सा प्रकट करते हुए शैख़ रशीद ने कहा कि न्यूज़ीलैंड की सेना में उतने जवान भी नहीं जितने हमने उनकी सुरक्षा में तैनात किये हुए थे।

शैख़ रशीद ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि देश की जनता को उम्मीद नहीं खोनी चाहिए। एक दिन ऐसा जरूर आएगा जब दुनिया भर की सारी टीमें मैच खेलने के लिए पाकिस्तान आएंगी।

न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना रोष प्रकट करते हुए शैख़ रशीद ने कहा कि न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम की सुरक्षा के लिए हमारे देश ने कड़े प्रबंध किए थे और हमने उनकी सुरक्षा में बड़ी संख्या में सैनिकों को तैनात किया था। रशीद ने कहा कि न्यूजीलैंड के पास इतनी बड़ी सेना भी नहीं है जितने जवान हमने कीवी टीम की सुरक्षा व्यवस्था में लगाए थे।

याद रहे कि बीते शुक्रवार को न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम ने पहला वनडे मैच शुरू होने से कुछ देर पहले ही सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए पाकिस्तान के साथ मैच खेलने से इनकार कर दिया था। बाद में न्यूजीलैंड ने पाकिस्तान का दौरा करते हुए स्वदेश वापसी को तरजीह दी थी।

न्यूजीलैंड के निर्णय को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने एकतरफा फैसला करार देते हुए कहा था कि मेहमान टीम की सुरक्षा को किसी तरह का खतरा नहीं था। न्यूजीलैंड पिछले 18 वर्षों में पहली बार पाकिस्तान का दौरा कर रहा था। जिसमें कीवी टीम को तीन वनडे और 5 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने थे।

आपको बता दें कि न्यूजीलैंड की ओर से पाकिस्तान का दौरा रद्द करने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने व्यक्तिगत स्तर पर न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री से बात की थी और उन्हें बताया था कि हमारे पास दुनिया की सर्वश्रेष्ठ जासूसी प्रणाली है और मेहमान टीम के लिए किसी तरह का कोई खतरा भी नहीं है। हालांकि इमरान खान कॉल का भी न्यूजीलैंड पर कोई असर नहीं हुआ और न्यूज़ीलैंड का पाकिस्तान दौरा रद्द हो गया।

न्यूजीलैंड के फैसले पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख रमीज़ राजा ने बयान देते हुए कहा कि न्यूजीलैंड को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद को जवाब देना होगा। उन्होंने कहा कि यह निराशाजनक है और अपने खिलाड़ियों के लिए बहुत अफसोस है।

सुरक्षा खतरे का हवाला देते हुए एक तरफा फैसला लेकर दौरा रद्द करने का फैसला बेहद निराशाजनक है। खासकर जब वह हमारे साथ खतरे को साझा भी नहीं कर रहे हैं। न्यूजीलैंड किस दुनिया में रह रहा है ? आईसीसी के सामने न्यूजीलैंड को हमें जवाब देना होगा।

Exit mobile version