इमरान ख़ान ने अपनी सऊदी यात्रा पर उठाया जम्मू कश्मीर का मुद्दा, धारा 370 पर पाक का रुख़ बदला, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान की सऊदी अरब यात्रा में भारत-पाकिस्तान संबंधों पर भी चर्चा हुई, सऊदी अरब के विदेश मंत्री प्रिंस फ़रहान अल-सऊद ने वह दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण स्थिति कम करने की कोशिश जारी रखेंगे।
इमरान ख़ान शुक्रवार से सऊदी अरब की तीन दिनों की यात्रा पर हैं, अपनी इस यात्रा में इमरान ख़ान ने सऊदी राजनेताओं के सामने जम्मू कश्मीर का मुद्दा उठाया है।
भारत पाक रिश्तों में सुधार की उम्मीद बताई
पाकिस्तान की सरकारी मीडिया को दिए गए बयान में सऊदी विदेश मंत्री ने संतोष जताते हुए कहा कि मैं दोनों देशों के बीच मौजूदा रिश्तों को लेकर दोनों की सराहना करता हूं, क्योंकि दोनों देशों के बीच तनाव कम हुआ है, और हम आगे इसी स्तिथि को बरक़रार रखने का प्रयास करेंगे, सऊदी विदेश मंत्री ने कहा मेरी निगाह में किसी की भी नीति का अहम हिस्सा देश के लोगों को मज़बूत बनाना होना चाहिए।
पाकिस्तान ने फिर जम्मू कश्मीर का मुद्दा उठाया
इमरान ख़ान की सऊदी यात्रा के दौरान उनके ऑफ़िस ने ट्वीट करते हुए कहा: प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने जम्मू और कश्मीर के मुद्दे पर शांतिपूर्ण समाधान पर ज़ोर दिया, यह ट्वीट इमरान ख़ान के ठीक सऊदी अरब यात्रा के दौरान किया गया, इमरान ख़ान ने अफ़गानिस्तान में सुलह और अमन के समर्थन के लिए किए जाने वाले पाकिस्तान के प्रयासों का भी ज़िक्र किया।
सऊदी ने भारत से वार्ता से मुद्दे को सुलझाने का आग्रह किया
इस यात्रा के दौरान सऊदी अरब ने भरत और पाकिस्तान दोनों से कश्मीर और दूसरे मामलात को बातचीत और शांति से सुलझाने का आग्रह किया।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान और सऊदी क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान के बीच उच्च स्तरीय वार्ता के बाद पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने संयुक्त वक्तव्य जारी किया है जिसमें कहा गया: इलाक़े में अमन और स्थिरता क़ायम रखने के लिए दोनों देशों को कश्मीर समेत बाक़ी दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत से समाधान तलाशना होगा। और इसी बीच सऊदी अरब के प्रिंस ने संघर्ष विराम को लेकर दोनों देशों के अधिकारियों के बीच हुई सहमति का भी स्वागत किया।
धारा 370 पर पाकिस्तान के रवैये में बदलाव
दो दिन पहले से धारा 370 पर पाकिस्तान के रवैये में बड़ा बदलाव देखने को मिला था, पाकिस्तानी विदेश मंत्री महमूद क़ुरैशी ने कहा था कि धारा 370 के हटाए जाने से कभी पाकिस्तान को कोई परेशानी नहीं हुई, यह भारत का आंतरिक मामला है, इससे हमें कोई दिक्कत नहीं है।