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पाकिस्तान में तालिबान की जीत पर जश्न, मदरसे में गूंजा सलाम तालिबान

पाकिस्तान में तालिबान की जीत पर जश्न, मदरसे में गूंजा सलाम तालिबान अफगानिस्तान में तालिंबान के सत्ता में वापस आने के बाद से ही पाकिस्तान में खुशी की लहर है।

पाकिस्तान में एक बड़ा तबका तालिबान का खुलकर समर्थन कर रहा है जिनमें अधिकतर धार्मिक समूह से जुड़े लोग शामिल हैं। इस्लामाबाद में महिलाओं के एक मदरसे की छत पर तालिबान का झंडा लहराया जा रहा है।

इस्लामाबाद प्रशासन ने विवाद बढ़ता देखने के बाद मामले में दखल दिया और झंडे को छत से उतरवा दिया है। पाकिस्तान डेली की रिपोर्ट के अनुसार इस्लामाबाद के बीचो बीच लाल मस्जिद से जुड़े जामिया हफसा में तालिबान के झंडे फहराए गए।

इस मदरसे में तालिबान के झंडे हाथों में उठाए सलाम तालिबान गीत पढ़ते हुए बच्चों की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।

लाल मस्जिद के प्रवक्ता हाफिज एहतेशाम ने कहा कि जामिया हफ्सा में इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान का झंडा फहराया गया था।

याद रहे कि इससे पहले लाल मस्जिद विवादास्पद मौलवी अब्दुल अज़ीज़ को लेकर सुर्खियों में रह चुकी है। लाल मस्जिद कट्टरपंथियों और सरकार के बीच हुए टकराव के लिए भी याद की जाती है।

2007 में लाल मस्जिद आतंकवादी गुटों और पाकिस्तान सरकार के बीच टकराव का मैदान बन गई थी। लाल मस्जिद की घेराबंदी के बाद पुलिस ने मौलवी अब्दुल अजीज को उस समय गिरफ्तार कर लिया था जब वह बुर्का पहन कर भाग रहा था। अप्रैल 2009 में मौलवी अब्दुल अज़ीज़ को जेल से आजाद कर दिया गया था।

तालिबान को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी अटपटा बयान देते हुए कहा था कि उन्होंने अफगानिस्तान में मानसिक गुलामी की जंजीरों को तोड़ दिया है। इमरान खान ने कहा था कि मानसिक गुलामी की जंजीरों को तोड़ना बेहद मुश्किल होता है। उन्होंने मानसिक गुलामी की ज़ंजीरों को तोड़ दिया है।

पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि समय आने पर पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सहमति जमीनी सच्चाई और पाकिस्तान के हितों के अनुरूप तालिबान सरकार को मान्यता देगा।

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