इमरान खान को बलूच नेता की चेतावनी, स्थानीय संसाधनों पर पहला हक हमारा पाकिस्तान के बलूचिस्तान में ग्वादर आंदोलन से जुड़े नेता ने इमरान खान सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि बलूचिस्तान के संसाधनों पर पहला अधिकार स्थानीय लोगों का है।
इमरान खान सरकार को बलूच नेता मौलाना हिदायत उर रहमान बलूच ने चेतावनी देते हुए कहा है कि चीन पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर (सीपीईसी) समेत स्थानीय संसाधनों पर पहला अधिकार स्थानीय नागरिकों का है। ओरमारा में बलूच मछुआरों को संबोधित करते हुए मौलाना रहमान ने कहा कि बलूचिस्तान के समुद्र में किसी को भी संसाधनों की लूट खसोट करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। क्योंकि इस पर स्थानीय मछुआरों का अधिकार है।
मौलाना रहमान ने अपने भाषण में चीन के एक मछुआरा ट्रेलर का उल्लेख भी किया जो अरब सागर में भारी पैमाने पर मछलियों का शिकार कर रहा है। समाचार पत्र डॉन के अनुसार मौलाना रहमान ने पाकिस्तानी नौसेना की ओर से की जा रही तारबंदी का उल्लेख करते हुए कहा कि पाकिस्तानी नौसेना अगर आगे कोई ऐसी कोई तारबंदी करती है तो उसे ओरमारा के लोगों से इस बारे में पूछना होगा। अगर नौसेना बिना किसी अनुमति और पूछताछ के ऐसा कोई कदम उठाती है तो हम इसे नष्ट कर देंगे।
बता दे कि चीन पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर का निर्माण जिस क्षेत्र में हो रहा है या वह नौसैनिक परियोजनाओं में सलंगन है तो उसके आसपास पाकिस्तानी सेना तारबंदी कर रही है और स्थानीय लोगों को इन क्षेत्रों में प्रवेश सीमित कर दिया गया है। स्थानीय नागरिकों में इस बात को लेकर भी रोष है कि इस परियोजना से जुड़े रोजगार के अवसर स्थानीय लोगों के बजाय चीनी नागरिकों को दिए जा रहे हैं। भौगोलिक राजनीतिक मामलों के जानकार मार्क के अनुसार ग्वादर आंदोलन के सफल होने के साथ-साथ मौलाना हिदायत उर रहमान चर्चा में आ गए हैं।
मौलाना हिदायत के लिए पाकिस्तान सरकार के साथ विफल समझौता चिंता का कारण हो सकता है। उन्होंने बलूच लोगों के अधिकार के लिए पाकिस्तान सरकार के साथ जो समझौता किया था वह एक तरह से नाकाम हो गया है क्योंकि इस क्षेत्र में अब भी चीनी ट्रेलर दिखाई दे रहे हैं। जबकि स्थानीय कारोबारी रिश्वत मांगे जाने तथा अवैध नाकाबंदी की शिकायत कर रहे हैं।
मौलाना हिदायत उर रहमान ने पाकिस्तान सरकार को स्पष्ट रूप से कहा है कि इस प्रांत के सारे संसाधन हमारे हैं। यह हमारा क्षेत्र है। यह तट और बंदरगाह तथा सीपीईसी भी हमारा है। बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री को चेतावनी देते हुए हिदायत रहमान ने कहा कि अगर हमारी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वह 1 लाख लोगों के साथ जल्दी ही क्वेटा में धरना प्रदर्शन शुरू करेंगे। जब तक क्षेत्र से अवैध नाकाबंदी नहीं हटा दी जाती और चीनी ट्रॉलर की गतिविधियों पर रोक नहीं लगाई जाती तब तक आंदोलन जारी रहेगा।