अफ़ग़ानिस्तान के लिए भारत से गेंहू जाने का रास्ता साफ़, पाकिस्तान ने दी मंज़ूरी संकटग्रस्त अफगानिस्तान के लिए भारत ने मानवीय सहायता के रूप में 50 हजार मैट्रिक टन गेहूं देने की घोषणा की थी लेकिन पाकिस्तान बीच में रुकावट बन गया था।
अफगानिस्तान के लिए भारत से पाकिस्तान के रास्ते गेहूं जाना था जिसे अब पाकिस्तान की इमरान खान सरकार ने मंजूरी दे दी है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने ऐलान किया है कि भारत से मानवीय सहायता के रूप में अफ़ग़ानिस्तान भेजे जाने वाले 50 हजार मैट्रिक टन गेहूं को पाकिस्तान से गुजरने की इजाजत दी जाएगी।
इमरान खान ने इस्लामाबाद में हाल ही में स्थापित हुई अफगानिस्तान इंटर मिनिस्ट्रीयल कोआर्डिनेशन सेल की पहली मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए भारत से अफ़ग़ानिस्तान जाने वाले गेंहू को अपना क्षेत्र इस्तेमाल करने की अनुमती देने की बात कही है। साथ ही अफगानिस्तान को मानवीय संकट से बचाने के लिए इमरान खान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मदद की अपील की है।
याद रहे कि भारत ने 1 महीने पहले ही अफगानिस्तान को मानवीय सहायता के रूप में पचास हजार मैट्रिक टन गेहूं देने की पेशकश की थी। पाकिस्तान के सरकारी रेडियो की रिपोर्ट के अनुसार इमरान खान ने भारत से अफगानिस्तान जाने वाले 50 हजार मैट्रिक टन गेंहू को अपने यहां से गुजरने की इजाजत देने की घोषणा की है। पाकिस्तान वर्तमान समय में अफगानिस्तान को भारत से माल निर्यात करने की अनुमति देता है लेकिन सीमा पार से किसी अन्य दो तरफा कारोबार की इजाजत नहीं है।
इस से तालिबान सरकार के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तक़ी ने इमरान खान से अपील करते हुए कहा था कि वह पाकिस्तान के माध्यम से अफगानिस्तान को भारत की ओर से मिलने वाले 50 हजार मैट्रिक टन गेंहू को आने की अनुमति दें। भारत अफगानिस्तान के कठिन समय का साथी है। पिछले एक दशक में ही भारत सरकार अफगानिस्तान को 10 लाख मैट्रिक टन से अधिक गेहूं उपलब्ध करा चुकी है। पिछले साल भी भारत ने 75 हजार मैट्रिक टन गेहूं के साथ अफगानिस्तान की मदद की थी।