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म्यांमार दूसरा सीरिया बनने की ओर अग्रसर, संयुक्त राष्ट्र ने चेताया

म्यांमार में तख्तापलट और सैन्य शासन लागू होने के बाद से ही लोकतंत्र की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों पर सेना की निर्मम कार्रवाई जारी है। कहा जा रहा है कि अभी तक सेना की कार्रवाई में 700 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। देश के हालात दिन प्रतिदिन भयावह होते जा रहे हैं। म्यांमार के बिगड़ते हालत को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार संस्था (UN rights) की प्रमुख ने चेतावानी दी है कि यह देश दूसरा सीरिया बनने की राह पर चल रहा पड़ा है।

मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख ने कहा कि म्यांमार पूरी तरह से सीरियाई शैली वाले संघर्ष की ओर बढ़ रहा है। स्थानीय निगरानी समहूों का कहना है कि सेना द्वारा दो महीने तक की गई कड़ी कार्रवाई के चलते 700 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। एक फरवरी को हुए सैन्य तख्तापलट और सिविलियन नेता आंग सान सू की की गिरफ्तारी के बाद से म्यांमार में उथल-पुथल जारी है। देश की अर्थव्यवस्था भी बुरी तरह से चरमरा गयी है।

मानवाधिकार के लिए संयुक्त राष्ट्र की उच्चायुक्त मिशेल बाचेलेट ने मानवता के खिलाफ संभावित अपराधों की चेतावनी देते हुए दुनियाभर के देशों से कहा कि वे म्यांमार की सेना के खिलाफ कार्रवाई करें। सेना अपने ही लोगों के खिलाफ दमन कर रही है और उन्हें मौत के घाट उतार रही है। इसे रोकने के लिए देशों को कदम उठाने की जरूरत है। हर रोज होने वाले प्रदर्शनों के दौरान लोगों पर गोलियां बरसाई जा रही हैं।

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