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म्यांमार: भारत ने हिरासत में लिए गए नेताओ की रिहाई के लिए आवाज़ उठाई

म्यांमार में तख्तापलट के भड़की हिंसा में अब तक सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है आज भारत (India) में म्यांमार (Myanmar) में भड़क रही हिंसा की निंदा की है और म्यांमार की सेना से संयम बरतने और हिरासत में लिए गए नेताओं की रिहाई के लिए कहा है।

बता दें कि म्यांमार की सेना ने 1 फरवरी को देश की में तख्ता पलट करके सत्ता पर कब्जा कर लिया था, शीर्ष नेताओं को हिरासत में ले लिया था जिसमें वहां की वास्तविक नेता आंग सान सू की और राष्ट्रपति यू विन मिंट शामिल हैं।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने बुधवार को म्यांमार की स्थिति पर विचार-विमर्श किया। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी एस तिरुमूर्ति ने ट्वीट करते हुए म्यांमार की हिंसा की निंदा की और वहां के नेताओ की रिहाई के लिए आवाज़ उठाई

तिरुमूर्ति ने संयुक्त राष्ट्र में अपनी बात रखते हुए कहा कि सभी को म्यांमार में शांति के लिए ज़ोर दिया जाना चाहिए

पिछले हफ्ते संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने म्यांमार में सुरक्षा बलों द्वारा बच्चों और युवाओं सहित दर्जनों नागरिकों की हत्या की की निंदा की

उन्होंने कहा, ”म्यांमार में लगातार जारी सैन्य तनातनी, जिसका नतीजा ये है कि पिछले महीने तख्तापलट के बाद शुरू हुए प्रदर्शन में अब तक सैकड़ों मौतें हो चुकी हैं हम इसकी निंदा करते हियँ और इसके ख़िलाफ़ अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया की मांग करते है। आज हमारे लिए इस संकट का तत्काल समाधान खोजना ज़रूरी है।

“संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा: 1 फरवरी म्यांमार के इतिहास का सबसे खराब दिन था जिस दिन सेना ने तख्तापलट किया उसके बाद वहां प्रदर्शन शुरू हुए जिस पर सेना ने कार्यवाई की जिसमे 7 बच्चों सहित कम से कम 107 लोगों की मौत हो गयी थी।

बता दें कि कुछ साल पहले इसी म्यांमार में मुसलमानों का नरसंहार भी हुआ था जिसमे हज़ारों मुसलमानों को मौत के घात उतार दिया गया था

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