आईएस ने ली काबुल हमलों की ज़िम्मेदारी, तालिबान कमांडर की मौत अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के सैन्य अस्पताल पर हुए हमले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 25 हो गई है जबकि घायलों की संख्या 50 से अधिक बताई जा रही है।
अफगानिस्तान के सबसे बड़े अस्पताल सरदार मोहम्मद दाऊद खान मिलिट्री अस्पताल के प्रवेश द्वार पर हुए बम धमाकों की जिम्मेदारी आईएसआईएस {के} ने स्वीकार की है।
संयुक्त राष्ट्र संघ ने सरदार मोहम्मद दाऊद खान मिलिट्री अस्पताल पर हुए हमलों की निंदा करते हुए कहा है कि इलाज करा रहे नागरिकों एवं चिकित्सा कर्मियों को निशाना बनाना अंतरराष्ट्रीय मानवीय क़ानूनों तथा मानवाधिकारों का उल्लंघन है।
संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन अफगानिस्तान ने अपने ट्विटर अकाउंट पर इन हमलों की निंदा करते हुए इस धमाके के ज़िम्मेदार लोगों को दोषी ठहराए जाने की मांग की है। याद रहे कि कल काबुल के सरदार मोहम्मद खान दाऊद खान मिलिट्री अस्पताल के प्रवेश द्वार पर आईएसआईएस K के आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा दिया था और कई हमलावर इमारत में घुसने में सफल रहे थे।
तालिबान के विशेष बलों ने मौके पर पहुंचकर अन्य आतंकियों को घेरते हुए मौके पर ही ढेर कर दिया था और अस्पताल के अंदर जाने के प्रयासों को विफल कर दिया था। तालिबान के साथ मुठभेड़ में आईएसआईएस के सभी पांचों हमलावर मारे गए थे।
अफ़ग़ानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से आईएसआईएस के तालिबान के लिए चुनौती बना हुआ है और लगातार इस देश में बम धमाकों का सिलसिला जारी है जिसमें अब तक सैकड़ों लोग मारे गए हैं। काबुल में हालिया धमाका जिस स्थान पर हुआ है वहां तालिबान शासन से पहले कई देशों के दूतावास स्थित थे।
काबुल के हालिया धमाके के बारे में जानकारी देते हुए तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि यह हमला इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने किया था जिसमें एक आत्मघाती हमलावर भी शामिल था जिसने अपने आप को अस्पताल के प्रवेश द्वार पर उड़ा दिया।
जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि अस्पताल के बाहर विस्फोटकों से भरी एक कार में भी विस्फोट किया गया था जिस कारण दर्जनों लोग घायल हुए और तालिबान के लड़ाके भी मारे गए हैं।
काबुल धमाके में तालिबान और हक़्क़ानी नेटवर्क का प्रमुख कमांडर मुल्ला हमदुल्लाह मुखलिस भी मारा गया है। मुल्ला हमदुल्लाह मुखलिस की मौत से हक्कानी नेटवर्क को तगड़ा झटका लगा है। रिपोर्ट्स की माने तो हमदुल्लाह मुखलिस पाकिस्तानी आतंकी संगठन हक्कानी नेटवर्क के मुखिया का रणनीतिकार था।
वह तालिबान की स्पेशल फोर्स बद्री ब्रिगेड का कमांडर भी था। तालिबानी कमांडर की मौत से हक्कानी नेटवर्क को बहुत बड़ा झटका लगा है। इससे पहले हमदुल्लाह पाकटिका और खोश्त प्रांतों में तालिबान का शैडो गवर्नर रह चुका था।