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सुरक्षा परिषद में म्यांमार में समर्थन में आया चीन

सुरक्षा परिषद में म्यांमार में समर्थन में आया चीन

चीन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में म्यांमार का जमकर समर्थन करते हुए कहा है कि इस देश को गृह युद्ध से बचाया जाए।

सुरक्षा परिषद में चीन के स्थाई दूत चांग च्वन ने कहा कि सुरक्षा परिषद का कर्तव्य है कि वह म्यांमार में हिंसा को बढ़ने ना दें और इस देश को गृह युद्ध से बचाए।

दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों कि 10 सदस्य एसोसिएशन और संयुक्त राष्ट्र में म्यांमार के दूत के बीच बंद कमरे में हुई बैठक के बाद सुरक्षा परिषद में चीन के स्थाई दूत ने आशा जताई है कि उनकी एवं अन्य देशों की कोशिशें म्यांमार की स्थिति को संभालने में मददगार साबित होंगी।

याद रहे कि 1 फरवरी 2021 को म्यांमार सेना ने देश में तख्तापलट करते हुए आंग सान सू ची के नेतृत्व वाली निर्वाचित सरकार को बर्खास्त कर दिया था। देश भर में होने वाले प्रदर्शनों के दौरान प्रदर्शनकारियों एवं सुरक्षा बलों के बीच हुई झड़पों में 1400 से अधिक नागरिक मारे गए हैं।

आसियान ने म्यांमार संकट से निकालने के लिए मध्यस्थता करने का प्रस्ताव पेश किया है। सुरक्षा परिषद में चीन के दूत चांग च्वन ने कहा कि बीजिंग का मानना है कि आसियान इस मुद्दे पर अहम किरदार अदा कर सकता है। बता दें कि अक्टूबर में आसियान की अध्यक्षता कंबोडिया को सौंपी गई है। दिसंबर में ही कंबोडिया के प्रधानमंत्री ने अपने विदेश मंत्री को आदेश देते हुए इस संकट को हल करने के लिए मुहिम छेड़ने का आह्वान किया था।

म्यांमार में सैन्य शासन के बाद से ही कंबोडिया के प्रधानमंत्री ने म्यांमार का दौरा किया था। सैन्य शासन के बाद वह म्यांमार का दौरा करने वाले पहले विदेशी नेता थे। कंबोडिया के प्रधानमंत्री की म्यांमार यात्रा का उल्लेख करते हुए सुरक्षा परिषद में चीन के दूत चांग च्वन ने कहा कि हम कंबोडिया के प्रयासों की सराहना करते हैं और प्रधानमंत्री के म्यांमार दौरे को सकारात्मक और उत्साहजनक मानते हैं। साथ ही आशा करते हैं कि कंबोडिया अपने प्रयास जारी रखेगा।

वही कंबोडिया के विदेश मंत्री ने सुरक्षा परिषद में कहा है कि आसियान के सदस्य देशों को म्यांमार के ऐतिहासिक और राजनीतिक ढांचे और इस देश में फौज की जिम्मेदारी और महत्व को समझने की जरूरत है। इस देश के ऐतिहासिक अतीत, राजनीतिक संरचना एवं फौज के महत्व को देखते हुए ही किसी समाधान तक पहुंचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि हम संयुक्त राष्ट्र में म्यांमार के नवनियुक्त दूत का स्वागत करते हैं।

 

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