ISCPress

वसीम रिज़वी की गिरफ़्तारी की मांग को लेकर हो रहा है ट्रेंड #ArrestLaanatiWasimRizvi

इस्लाम की पवित्र किताब क़ुरआन में बदलाव की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने वाले वसीम रिज़वी एक बार फिर विवादों में है। अधिकांश समय विवादों में रहने वाले शिया वक़्फ़ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम ने इस बार क़ुरआन मजीद से 26 आयत हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दी है जिस से देश के मुस्लिम समुदाय में रोष फैला हुआ है।

वसीम ने 26 आयतों को हटाने से संबंधित एक जनहित याचिका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की है। इसके साथ ही रिजवी ने कुछ आयतों को आतंकवाद को बढ़ावा देने बताया है। उनका दावा है कि ये आयतें कुरान में बाद में शामिल की गई हैं। वसीम रिजवी के इस कदम से मुस्लिम समाज का गुस्‍सा भड़क गया है।

वसीम की इस हरकत के खिलाफ देश भर में ग़ुस्सा फैला हुआ है सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्विटर पर भी वसीम के खिलाफ पहले नंबर पर #ArrestLaanatiWasimRizvi ट्रेंड का रहा है।

आफ़िया नाम के एक अकाउंट ने ट्वीट करते हुए लिखा कि वसीम रिज़वी ने क़ुरआन के खिलाफ बयान देकर केवल भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के मुसलमानों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है इस लिए उसको गिरफ्तार करना चाहिए

Maulai G नामक यूजर ने कहा कि
कुर्आन फहमी के लिए इंसान होना जरूरी है
फिर चाहे वह किसी भी धर्म से हो
तभी तो लियो टॉलस्टॉय ने कहा था कि क़ुर्आन एक शिक्षा देने वाली, स्पष्ट और सटीक बात करने वाली किताब है, हर श्रेणी की आम जनता उस से सीख ले सकती है।

 

रज़ा अकादमी के एकाउंट से कहा गया कि
1400 वर्षों से आज तक कोई इसे चैलेंज नहीं कर पाया है न ही क़यामत तक कोई क़ुरआन को चैलेंज कर पाएगा

 

हुसैनी वॉरियर्स के एकाउंट से भी वसीम की गिरफ्तार की मांग करते हुए कहा गया क्या वह लोग क़ुरान पर ग़ौर नहीं करते ? या उनके दिलों पर ताले पड़े हुए हैं।

 

वहीँ सय्यद अली ख़ामेनई नाम से चलाए जा रहे एक हैंडल से क़ुरआन के महत्त्व को बयान करते हुए कहा गया
क़ुर्आन से क़रीब रहो
क़ुर्आन हिकमत, नूर और हर बीमारी का इलाज है सारी मुश्किलें जो इस जीवन में पेश आती हैं सब का हल क़ुर्आन है
क़ुर्आन दिलों को कुशादा और रौशन करता है
दिलों में उम्मीद की किरन जगाता है
सच्चे रास्ते पर चलने का हौसला और सलीक़ा सिखाता है।

 

 

Exit mobile version