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विपक्षी दलों के साथ अपने संबंध स्वीकार करने के लिए हमें प्रताड़ित किया जा रहा: संसद के आरोपी

विपक्षी दलों के साथ अपने संबंध स्वीकार करने के लिए हमें प्रताड़ित किया जा रहा: संसद के आरोपी

संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इस केस में गिरफ्तार गए 6 में से 5 आरोपियों ने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस उन्हें विपक्षी दलों के साथ अपने संबंध स्वीकार करने के लिए कथित तौर पर प्रताड़ित कर रही है, जबकि उनका विपक्षी दलों से कोई नाता नहीं है।

संसद के अंदर और बाहर रंगीन धुआं छोड़ने की घटना के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन लोगों का आरोप है कि उन्हें अपराध कबूल करने और राजनीतिक दलों का नाम लेने के लिए यातना दी गई, दबाव डाला गया। संसद सुरक्षा में सेंध लगाने की घटना 13 दिसंबर 2023 को हुई थी।

पांचों आरोपियों मनोरंजन डी, सागर शर्मा, ललित झा, अमोल शिंदे और महेश कुमावत ने अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश हरदीप कौर के समक्ष यह दलील दी। हालांकि जज ने सभी छह आरोपियों की न्यायिक हिरासत एक मार्च तक बढ़ा दी है।

संसद सुरक्षा चूक के मामले में छह आरोपियों सागर शर्मा, मनोरंजन डी, अमोल शिंदे, नीलम आजाद, ललित झा और महेश कुमावत को गिरफ्तार किया गया था। उनमें से दो, सागर शर्मा और मनोरंजन डी लोकसभा के अंदर उस क्षेत्र में पहुंच गए थे, जहां सांसद बैठते हैं। उ्होंने सदन में पीला धुआं छोड़ा इससे वहां अफरातफरी फैल गई। इन्हीं के दो अन्य साथियों नीलम आज़ाद और अमोल शिंदे ने संसद के बाहर कनस्तरों से वैसा ही पीला धुआं छोड़ा और नारे लगाए। इन्हें फौरन गिरफ्तार कर लिया गया।

इन पांच आरोपियों ने अदालत को बताया कि उन्हें करीब 70 कोरे कागजों पर हस्ताक्षर करने के लिए उन्हें मजबूर किया गया था। आरोपियों ने एक संयुक्त याचिका में अदालत को बताया, ‘आरोपी व्यक्तियों को गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत अपराध और राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के साथ उनके संबंध होने की बात स्वीकार करने के लिए प्रताड़ित किया गया/बिजली के झटके दिये गए।

इसमें कहा गया, ‘दो आरोपी व्यक्तियों को राजनीतिक दल/विपक्षी राजनीतिक दल के नेता के साथ अपने संबंध होने के बारे में कागज पर लिखने के लिए मजबूर किया गया। कोर्ट ने मामले में पुलिस से जवाब मांगा और अर्जी पर सुनवाई के लिए 17 फरवरी की तारीख तय की। इस मामले में छठी आरोपी नीलम आजाद हैं, जिसने पहले अदालत के सामने आरोप लगाया था कि पुलिस ने उसे कई कोरे कागजात पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया था। आजाद की अर्जी फिलहाल अदालत में लंबित है।

पटियाला हाउस कोर्ट में बुधवार को सुनवाई के दौरान नीलम आजम को छोड़कर सभी आरोपियों ने पुलिस पर अमानवीय अत्याचार करने का आरोप लगाते हुए अर्जी दाखिल की। अदालत ने दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल से इस पर जवाब मांगा और 17 फरवरी को अगली सुनवाई तय की है। इस महीने की शुरुआत में न्यायिक हिरासत में भेजे जाने तक सभी आरोपी दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की कैद में थे।

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