वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट में ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों में “विराम” का दावा
अमेरिकी अख़बार वॉल स्ट्रीट जर्नल ने व्हाइट हाउस से जुड़े एक सूत्र के हवाले से दावा किया है कि अमेरिकी सरकार ने ईरान के खिलाफ नए प्रतिबंधों की सभी गतिविधियों को रोकने का निर्देश जारी किया है। रिपब्लिकन पार्टी के नज़दीकी इस अख़बार के अनुसार, पिछले हफ्ते व्हाइट हाउस की प्रवक्ता कैरोलिन लिविट ने एक निर्देश जारी किया जिसमें ईरान पर नए प्रतिबंधों को रोकने की बात कही गई। हालांकि एक अन्य स्रोत ने कहा कि “ट्रंप की अधिकतम दबाव की नीति अभी भी लागू है।”
अखबार ने सवाल उठाया कि यह आदेश राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद या वित्त विभाग की बजाय प्रवक्ता द्वारा क्यों जारी किया गया? जवाब में कहा गया कि, ट्रंप प्रशासन के तहत एनएससी में 100 से अधिक कर्मचारियों को छुट्टी पर भेज दिया गया है और नई राजनीतिक ज़िम्मेदारियों का स्पष्ट बंटवारा नहीं हुआ है। व्हाइट हाउस ने इस “विराम” पर कोई स्पष्ट इनकार नहीं किया। उप-प्रवक्ता अना केली ने केवल इतना कहा कि “प्रतिबंधों से जुड़ा कोई भी नया निर्णय, सरकार के संबंधित विभागों या व्हाइट हाउस द्वारा सार्वजनिक किया जाएगा।”
वॉल स्ट्रीट जर्नल ने दावा किया कि इस निर्देश के बाद वित्त विभाग की दो संभावित पाबंदियाँ रोक दी गई हैं और 21 मई के बाद से कोई नई अमेरिकी पाबंदी घोषित नहीं की गई। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि यह विराम केवल नए प्रतिबंधों तक सीमित है या पहले से मौजूद प्रतिबंधों के प्रवर्तन को भी प्रभावित करेगा। रिपोर्ट में बताया गया कि तेल बिक्री और क़तर में जमे हुए फंड जैसी मुख्य पाबंदियाँ अभी भी बरकरार हैं।
अख़बार ने ट्रंप प्रशासन की आलोचना करते हुए लिखा कि जब चीन को ईरानी तेल निर्यात में रुकावट लाने में कुछ सफलता मिली है, तब इस विराम का कोई औचित्य नहीं दिखता। आर्ट ऑफ डील नामक किताब में ट्रंप ने लिखा था: “अपने ताकतवर पक्ष से सौदा करें, और दबाव सबसे बड़ा ताकतवर औजार होता है।” अब सवाल यह है कि क्या उनकी सरकार खुद ही इस दबाव को कम कर रही है?

