अमेरिका, यूक्रेन को और हथियार भेजेगा: डोनाल्ड ट्रंप
वॉशिंगटन से सामने आए बयानों में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्पष्ट किया है कि उनकी सरकार, यूक्रेन को अतिरिक्त हथियारों की एक नई खेप भेजने जा रही है। यह घोषणा ऐसे समय पर आई है जब हाल ही में कुछ हथियारों की आपूर्ति रोकने के फैसले को लेकर ट्रंप प्रशासन को यूक्रेन और उसके पश्चिमी सहयोगियों की आलोचना का सामना करना पड़ा था।
सोमवार को वॉशिंगटन डीसी में इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ डिनर से पहले ट्रंप ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “हम और हथियार भेजने जा रहे हैं। हमें भेजने ही होंगे। उन्हें अपनी रक्षा करनी है। उन पर अभी बहुत बुरी तरह हमला हो रहा है।” उन्होंने आगे कहा कि इस बार जो खेप भेजी जाएगी, वह मुख्य रूप से “रक्षात्मक हथियारों” की होगी।
पेंटागन के मुख्य प्रवक्ता शॉन पर्नेल ने राष्ट्रपति के बयान की पुष्टि करते हुए कहा कि अमेरिका यूक्रेन को “अतिरिक्त रक्षात्मक हथियार” उपलब्ध कराएगा ताकि वह रूसी हमलों के मुकाबले में अपनी रक्षा कर सके। पर्नेल ने कहा, “हम यूक्रेनी सेना को तब तक समर्थन देते रहेंगे जब तक हम स्थायी शांति सुनिश्चित करने और जान-माल की हानि को रोकने के लिए काम कर रहे हैं।”
पर्नेल ने यह भी स्पष्ट किया कि राष्ट्रपति ट्रंप की विदेशों को दी जाने वाली सैन्य मदद की समीक्षा “अमेरिका फर्स्ट” रक्षा प्राथमिकताओं के तहत जारी रहेगी। ट्रंप का यह बयान उस दिन आया जब रूस ने दावा किया कि उसने यूक्रेन के मध्य क्षेत्र ड्नीप्रोपेत्रोव्स्क के डच्ने गांव पर कब्जा कर लिया है, जो कई महीनों की सैन्य कार्रवाई के बाद संभव हुआ है।
इससे पहले पेंटागन ने कुछ हथियारों — जिनमें एयर डिफेंस मिसाइलें और सटीक निशाने वाली तोपें शामिल थीं — की आपूर्ति रोकने का ऐलान किया था, यह कहते हुए कि अमेरिकी सैन्य भंडार अब बेहद सीमित हो गए हैं। इसी पृष्ठभूमि में शुक्रवार को ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के बीच फोन पर बातचीत हुई, जिसमें दोनों नेताओं ने यूक्रेन की वायु रक्षा प्रणाली को और अधिक मजबूत करने पर सहमति जताई थी। इस निर्णय को रूस-यूक्रेन युद्ध के बदले हुए परिदृश्य और पश्चिमी देशों की सैन्य रणनीतियों के संदर्भ में एक अहम मोड़ के रूप में देखा जा रहा है।

