अमेरिका, यूक्रेन को लंबी दूरी की ‘टॉमहॉक’ क्रूज़ मिसाइलें भेजेगा: ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार तड़के एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि, अमेरिका यूक्रेन को लंबी दूरी की ‘टॉमहॉक’ क्रूज़ मिसाइलें भेजेगा। व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान ट्रंप ने कहा कि “यूक्रेन में चल रहा युद्ध दोनों पक्षों की ग़लती है, और अमेरिका इस तनाव को और नहीं बढ़ाना चाहता।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि मिसाइलें भेजने का फैसला इसलिए लिया गया है ताकि, यह देखा जा सके कि यूक्रेन उनका इस्तेमाल किस मक़सद से करता है।
रूस की समाचार एजेंसी ‘स्पूतनिक’ के मुताबिक, ट्रंप का यह बयान ऐसे समय आया है जब यूक्रेन और रूस के बीच जंग को लेकर पश्चिमी देशों के भीतर मतभेद गहराते जा रहे हैं। ट्रंप ने अपने बयान में मौजूदा अमेरिकी राजनीतिक स्थिति पर भी टिप्पणी की और कहा कि देश में बार-बार होने वाले “सरकारी शटडाउन” के लिए डेमोक्रेट पार्टी ज़िम्मेदार है। उनके अनुसार, “हर बार जब सरकार बंद होती है, तब आम अमेरिकी जनता को पीड़ा झेलनी पड़ती है।”
इसके साथ ही ट्रंप ने घरेलू सुरक्षा और अपराध नियंत्रण पर भी कड़ा रुख दिखाया। उन्होंने ‘एंटी-रायट’ कानून का हवाला देते हुए कहा कि अगर ज़रूरत पड़ी तो वे अमेरिका के कई शहरों में नेशनल गार्ड की तैनाती करेंगे। ट्रंप ने शिकागो का ज़िक्र करते हुए कहा, “हम शिकागो को उसी तरह सुरक्षित बनाएंगे जैसे वॉशिंगटन को बनाया था। हम अपराध को रोकेंगे और शहर को फिर से महान बनाएंगे।”
राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, ट्रंप का यह बयान एक ओर यूक्रेन नीति में नई आक्रामकता का संकेत देता है, तो दूसरी ओर यह उनके आगामी चुनावी एजेंडे का हिस्सा भी है, जिसमें वे “कानून और व्यवस्था” को अपनी प्राथमिकता बता रहे हैं। हालांकि, आलोचक मानते हैं कि टॉमहॉक मिसाइलों की आपूर्ति से रूस-अमेरिका संबंधों में तनाव और बढ़ सकता है। ट्रंप के इस कदम ने वैश्विक स्तर पर एक नई बहस छेड़ दी है कि क्या अमेरिका शांति की बात करते हुए वास्तव में युद्ध को और गहराई तक ले जा रहा है।

