ईरान को इज़रायल पर हमला करने से रोकने के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री का चीन दौरा
ईरान को इज़रायल पर हमला करने से रोकने के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री ने चीन का दौरा किया जहां उन्होंने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। ब्लिंकन का कहना है कि चीन ईरान के साथ अपने संबंधों का इस्तेमाल कर उसे -इज़रायल से मुकाबला करने से रोक सकता है। एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि उनका मानना है कि बीजिंग मध्य पूर्व में “रचनात्मक” भूमिका निभा सकता है। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर चीन ने रूस को यूक्रेन पर हमले में इस्तेमाल किए गए सामान की आपूर्ति बंद नहीं की तो वाशिंगटन कार्रवाई करेगा।
बीजिंग में एक समाचार एजेंसी से बात करते हुए, अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि उन्होंने अपने चीनी समकक्ष को स्पष्ट कर दिया है कि वह (चीन) शीत युद्ध के दौरान यूरोप की सुरक्षा के लिए, उसे और अधिक गंभीर खतरे से बचाने के उपाय कर रहा है। उन्होंने यह नहीं बताया कि अमेरिका किस तरह के उपायों की तैयारी कर रहा है। हालाँकि, ब्लिंकन ने इस बात पर ज़ोर दिया कि कुछ क्षेत्रों में प्रगति हुई है।
उन्होंने अमेरिका तक पहुंचने वाली नशीली दवा ‘फेंटेनाइल’ की आपूर्ति रोकने में बीजिंग के प्रयासों की सराहना की। बता दें कि एंथनी ब्लिंकन की 10 महीने में यह दूसरी चीन यात्रा है, जिसके जरिए दोनों प्रतिद्वंद्वी शक्तियों के बीच बातचीत और कूटनीति बढ़ाने की कोशिश की जा रही है। पिछले साल रिश्तों में आई तीखी कड़वाहट के बाद दोनों देश संबंधों को स्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं।
एंथोनी ब्लैंकेन ने कहा कि चीन और अमेरिका के साथ-साथ यूरोप के बीच “संबंधों को बेहतर बनाने” का एक महत्वपूर्ण तरीका बीजिंग “या उसकी कुछ कंपनियों” के लिए रूस को “प्रमुख सामानों” की आपूर्ति बंद करना हो सकता है जो उसे और अधिक हथियार बनाने में मदद कर सकते हैं। इन वस्तुओं में ‘मशीन टूल्स, माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स और ऑप्टिक्स’ आदि शामिल हैं। इससे रूस को यूक्रेन के खिलाफ अपनी आक्रामकता बनाए रखने में मदद मिल रही है और रूसी आक्रामकता यूरोप के लिए एक बढ़ता खतरा है।
याद रहे कि चीन और अमेरिका के बीच संबंध मधुर नहीं हैं और दोनों एक-दूसरे की आलोचना करने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं, लेकिन इज़रायल पर ईरान के हमले के बाद अमेरिका अन्य देशों के साथ अपने तनाव को कम करने की कोशिश कर रहा है। एंथोनी ब्लिंकन की बीजिंग यात्रा इसी पृष्ठभूमि में थी। उन्होंने शी जिनपिंग से आग्रह किया कि वे किसी तरह ईरान को रोकने की कोशिश करें। ईरान, चीन और रूस एक ही दायरे में हैं और उनके बीच मजबूत व्यापारिक संबंध हैं। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि एंथनी ब्लिंकन की मांगों के जवाब में शी जिनपिंग ने क्या आश्वासन दिया है। लेकिन चीन की स्थिति बेहद महत्वपूर्ण है।