अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव प्रचार अभियान समाप्त, आज वोटिंग
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के प्रचार अभियान के आखिरी दिन (सोमवार को) भी काफी हलचल रही। डोनाल्ड ट्रम्प और कमला हैरिस ने आखिरी दिन तक मतदाताओं का ध्यान खींचने के लिए भरपूर प्रयास किए और रैलियों व सभाओं को संबोधित किया। इस दौरान दोनों ही उम्मीदवारों ने बड़े-बड़े दावे करते हुए अपना प्रचार अभियान समाप्त किया। आज (मंगलवार) को पूरे अमेरिका में मतदान होगा। 7 करोड़ 80 लाख वोटरों ने पहले ही मतदान में हिस्सा लिया। रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति चुनाव में 7 करोड़ 80 लाख से ज्यादा लोगों ने पहले ही मतदान कर लिया है। यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा की इलेक्शन लैब ने यह जानकारी दी। इलेक्शन लैब के अनुसार, लगभग 70 मिलियन अमेरिकियों ने पहले ही चुनाव में वोट डाल दिया है, जिसमें 36.5 मिलियन लोगों ने व्यक्तिगत रूप से और 32.5 मिलियन ने डाक के जरिए मतदान किया।
व्हाइट हाउस की सुरक्षा कड़ी कर दी गई
चुनाव परिणाम के दिन किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए व्हाइट हाउस को लोहे के किले में बदल दिया गया है। व्हाइट हाउस की सुरक्षा के बारे में चिंताएँ 6 जनवरी की घटना को ध्यान में रखते हुए हैं, ताकि दोबारा कोई अप्रिय घटना न हो। यहाँ प्रदर्शनों का खतरा ज्यादा है, और वाशिंगटन डी.सी. में हिंसक प्रदर्शन हो सकते हैं। इन सुरक्षा उपायों का एक बड़ा कारण यह भी है कि यहाँ एक बड़ा मंच भी तैयार किया जा रहा है। चुनाव में जीतने के बाद जो भी नया व्यक्ति व्हाइट हाउस में आएगा, उसके सम्मान में स्वागत समारोह आयोजित किया जाता है। इस समय व्हाइट हाउस के बाहर नागरिकों की बड़ी संख्या अपने उम्मीदवार के समर्थन में प्लेकार्ड लेकर खड़ी है।
प्रचार अभियान के आखिरी दिन पेंसिल्वेनिया बना चुनावी जंग का मैदान
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के आखिरी दिन पेंसिल्वेनिया चुनावी जंग का मैदान बन गया है, जिसे जीतने के लिए दोनों राष्ट्रपति उम्मीदवार पूरा जोर लगा रहे हैं। दोनों उम्मीदवार ट्रम्प और कमला हैरिस ने अपने अंतिम भाषणों में मतदाताओं को आकर्षित करने की हर संभव कोशिश की। दोनों उम्मीदवारों ने कई स्विंग राज्यों का दौरा किया। प्रचार के आखिरी चरण में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प ने पूर्वी तट की तीन बड़ी स्विंग राज्यों में रैलियाँ कीं और मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए नए वादे किए। ट्रम्प की विरोधी, डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने रविवार का दिन कड़ी प्रतिस्पर्धा वाले राज्य मिशिगन में बिताया। कमला हैरिस ने ईस्ट लांसिंग में मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, “ग़ाज़ा में युद्ध को समाप्त करने के लिए मेरे पास जो भी ताकत होगी, उसका पूरा इस्तेमाल करूंगी।”
ग़ाज़ा जनसंहार में हैरिस और बाइडेन प्रशासन ने इज़रायल का खुल्लमखुल्ला समर्थन किया
गौरतलब है कि मिशिगन में अमेरिकी अरब जनसंख्या की बड़ी तादाद है और कमला हैरिस ने यह संदेश जानबूझकर दिया है ताकि अरब अमेरिकी उन्हें वोट दें। वर्ना वास्तविकता है यह है कि, ग़ाज़ा जनसंहार में हैरिस और बाइडेन प्रशासन ने इज़रायल का खुल्लमखुल्ला समर्थन किया है। ग़ाज़ा में नेतन्याहू ने जो नरसंहार किया है उनके इस नरसंहार और जघन्य अपराध में अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ साथ उनका पूरा प्रशासन भागीदार है। अरब अमेरिकी परंपरागत रूप से डेमोक्रेटिक पार्टी को वोट देते रहे हैं, लेकिन ग़ाज़ा युद्ध के कारण वे काफी नाराज हैं और इससे पहले मिशिगन के अरब अमेरिकियों ने ग़ाज़ा युद्ध समाप्त न होने की स्थिति में वोट न डालने की धमकी दी थी।
इससे पहले उन्होंने अपने दिन की शुरुआत एक ऐतिहासिक ब्लैक चर्च से की और कहा, “सिर्फ दो दिनों में हमारे पास आने वाली पीढ़ियों के लिए अपने देश की किस्मत का फैसला करने की ताकत है।” उन्होंने आगे कहा, “हमें कार्रवाई करनी चाहिए, सिर्फ प्रार्थना करना और बातें करना काफी नहीं है।” हैरिस ने कहा कि मंगलवार के चुनाव ने मतदाताओं को “अराजकता, भय और घृणा” को अस्वीकार करने का मौका दिया है। पेंसिल्वेनिया में एक रैली में ट्रम्प ने कहा कि वे “डेमोक्रेटिक पार्टी की भ्रष्ट मशीन के खिलाफ लड़ रहे हैं।” उन्होंने कहा कि अगर चुनाव में जीत हासिल की तो यह देश के लिए “एक नए सुनहरे युग” की शुरुआत होगी।