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बेरोजगारी का अनोखा रिकार्ड बनाने वाले हरियाणा में बेरोजगारों ने निकाली बारात

बेरोजगारी का अनोखा रिकार्ड बनाने वाले हरियाणा में बेरोजगारों ने निकाली बारात

आपने बारात तो बहुत देखी होंगी, जिसमें हर कोई नाच रहा होता है क्योंकि उसके परिवार के सदस्य की शादी हो रही होती है और दूल्हा भी खुश होता है। मगर, करनाल में निकली बारात में घोड़ी पर बेरोजगार युवा बैठे नजर आए। ये बेरोजगार युवाओं की बारात थी, जिसमें दूल्हे भी थे, घोड़ी भी थी, बाराती भी थे और बैंड बाजा भी था। इन्होंने अपनी बेरोजगारी की समस्या को उठाने के लिए बारात निकाली थी।

हरियाणा के युवाओं ने बेरोजगारी को लेकर राज्य सरकार पर एक अनोखे ढंग से तंज कसा है। उन्होंने सोशल मीडिया पर शादी का एक कार्ड वायरल किया है, जिसमें बेरोजगार की CET (कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट) ग्रुप C भर्ती से शादी तय होने की बात बताई गई है। साथ ही इस शादी में आने का इनविटेशन राज्य की पूरी जनता को दिया गया है। बारात में दूल्हे से लेकर बाराती तक सभी युवा बेरोजगार थे और सरकारी नौकरी न मिलने की वजह से परेशान थे।

दरअसल, युवाओं की मांग थी कि इनकी भर्ती पूरी की जाए। ये वो युवा थे, जिन्हें सरकारी नौकरी के लिए फॉर्म भरने में उम्र निकल जाने का डर सता रहा है। सीईटी पास ये युवा ग्रुप ‘सी’ के अलग-अलग विभागों के पदों पर नौकरियों की मांग कर रहे थे। पूरे हरियाणा से युवा बेरोजगारी की बारात निकालने के लिए करनाल में जमा हुए थे।

बारात में शामिल युवाओं के अंदर गुस्सा था और उनका कहना था कि यदि उनकी मांगों को नहीं माना गया, तो फिर वो वोट में सरकार को चोट देंगे। हरियाणा ने पिछले 5 साल में बेरोजगारी में नए मुकाम हासिल किए हैं। रोजगार आज राज्‍य का सबसे बड़ा सवाल बन गया है। हरियाणा कौशल रोजगार निगम बनाकर ठेके पर नौकरी दे रही राज्‍य की सरकार ने युवाओं के साथ एक और मजाक किया है। करनाल में बेरोजगारों की बारात निकाल कर युवाओं ने सरकार को एक बार फिर आईना दिखाया है।

करनाल से ही पूर्व मुख्‍यमंत्री मनोहर लाल खट्टर विधायक थे, जो अब यहीं से बीजेपी के लोकसभा प्रत्‍याशी हैं। वहीं, वर्तमान मुख्‍यमंत्री नायब सिंह सैनी करनाल से विधानसभा का उप-चुनाव लड़ रहे हैं। यह बारात करनाल के पुराने बस स्टैंड शुरू होकर पुरे शहर से होती हुई डीसी ऑफिस पहुंची, जहां बेरोजगारों ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नाम ज्ञापन सौंपा। युवाओं ने सरकार पर गुमराह करने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि युवा कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (सीईटी) के पेपर क्लियर कर चुके हैं, उसके बाद भी भर्तियां नहीं हो पाई हैं। बेरोजगार युवा सड़कों पर भटक रहे हैं।

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