संयुक्त राष्ट्र 24 घंटे में ग़ाज़ा में रहने वाले फ़िलिस्तीनियों को हटा ले: इज़रायल
शनिवार को हमास की ओर से किए गए हमलों के बाद से ही इज़रायल लगातार ग़ाज़ा के इलाके में एयर स्ट्राइक कर रहा है। इसके साथ ही इज़रायल ने संयुक्त राष्ट्र संघ से कहा है कि वो 24 घंटे में ग़ाज़ा में रहने वाले फ़िलिस्तीनियों को वहां से हटा लें। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता ने कहा है कि इस इलाके में 10 लाख से ज्यादा लोग रहते हैं। ये ग़ाज़ा की आधी आबादी है। संयुक्त राष्ट्र ने अपील की है, इज़रायल इस ऑर्डर को वापस ले।
संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि जिन 11 लाख लोगों को इज़रायल इलाके छोड़ने की बात कह रहा है, वह लोग ग़ाज़ा की पूरी आबादी के 50 फीसद हैं। संयुक्त राष्ट्र ने कहा, “इस तरह के मूवमेंट नामुमकिन है, अगर ऐसा किया गया तो मानवता को ताक पर रखना होगा, इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। गौरतलब है कि इज़रायल ने ग़ाज़ा इलाके में लगभग 3 लाख रिजर्व फोर्स की तैनाती की है।
इधर, हमास ने इज़रायल के इस आदेश को प्रोपेगेंडा क़रार दिया है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने बताया कि हमास ने आदेश को फेक प्रोपेगेंडा करार दिया है और नागरिकों से इसके झाँसे में न आने को कहा। हमास का कहना है कि इस तरह के फैक प्रोपेगंडा द्वारा इज़रायल फ़िलिस्तीनियों को डराना चाहता है। इस बीच, संयुक्त राष्ट्र फिलिस्तीनी शरणार्थी एजेंसी यानी यूएनआरडब्ल्यूए ने कहा है कि उसने अपने केंद्रीय संचालन केंद्र और अंतरराष्ट्रीय कर्मचारियों को ग़ाज़ा के दक्षिण में भेज दिया है, और इज़रायल से अपने आश्रयों में सभी नागरिकों की रक्षा करने का भी आग्रह किया है।
इज़रायल का यह फ़ैसला ऐसे वक़्त में आया है जब शीर्ष अमेरिकी राजनयिक एंटनी ब्लिंकन ने गुरुवार को तेल अवीव का दौरा किया और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को अपने देश के समर्थन का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, ‘मैं अपने साथ जो संदेश लेकर आया हूं वह यह है: आप अपनी रक्षा करने के लिए अपने आप में काफी मजबूत हो सकते हैं, लेकिन जब तक अमेरिका मौजूद है, आपको ऐसा कभी नहीं करना पड़ेगा।
उधर ईरान के संयुक्त राष्ट्र मिशन ने चेतावनी दी है कि अगर इज़राइल ने अपनी बमबारी बंद नहीं की, तो युद्ध ‘अन्य मोर्चों’ पर खुल सकता है। ईरान हमास के हमलों में शामिल होने से इनकार करता है। इस बीच इज़रायल ने गुरुवार शाम को सीरिया के दो एयरपोर्टों को निशाना बनाया है। सीरिया के सरकारी टेलीविजन ने ही यह दावा किया है। उसने कहा है कि इज़रायल ने गुरुवार को राजधानी दमिश्क और उत्तरी शहर अलेप्पो में मुख्य हवाई अड्डों पर हमले किए। इस हमले के जवाब में सीरिया ने एयर डिफेंस सिस्टम को एक्टिवेट कर दिया है।