ग़ाज़ा में नरसंहार के खिलाफ अमेरिका और ब्रिटेन में विरोध प्रदर्शन तेज़
संयुक्त राज्य अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम के,जिन देशों ने इज़रायल को ग़ाज़ा में उत्पीड़ित फिलिस्तीनियों का नरसंहार करने का खुला लाइसेंस दिया है, उनकी जनता एक बार फिर सड़कों पर उतर आई है और अपने शासकों को स्पष्ट संदेश दे दिया है कि वे अत्याचारी का समर्थन करने की उनकी नीति से सहमत नहीं हैं। ग़ाज़ा पर इजरायली हमलों को रोकने की मांग को लेकर हजारों लोगों ने लंदन में रैली की।
ग़ाज़ा पर इज़रायल की ओर से लगातार की जा रही बमबारी में हजारों फिलिस्तीनी शहीद हो गए हैं। दुनिया के कई देशों में इज़रायली आक्रामकता के खिलाफ लोग सड़कों पर उतर कर बमबारी रोकने की मांग कर रहे हैं। स्थानीय पुलिस के अनुसार, इज़रायल के घातक हमलों को समाप्त करने की मांग करते हुए शनिवार को हजारों फिलिस्तीनी समर्थक प्रदर्शनकारियों ने लंदन में रैली की, जिसमें अकेले लंदन में लगभग दस लाख लोग शामिल हुए।
इस बीच, लंदन की मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने कहा कि 1,000 से अधिक अधिकारी ड्यूटी पर रहेंगे क्योंकि वहां दोपहर में एक बड़े विरोध प्रदर्शन की तैयारी की जा रही है। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा कि आज दोपहर दो बजे सेंट्रल लंदन में बड़ा विरोध प्रदर्शन होने जा रहा है। वेस्टमिंस्टर, वाटरलू ब्रिज, स्ट्रैंड, व्हाइटहॉल और आसपास की सड़कों पर भारी भीड़ होने की उम्मीद है। रैलियां ऐसे समय में आयोजित की जा रही हैं जब इज़रायल ग़ाज़ा को नियंत्रित करने वाले फिलिस्तीनी समूह हमास के खिलाफ जमीनी हमले शुरू कर चुका है।
इज़रायल और हमास के बीच युद्ध का आज 22वां दिन है। इस बीच, इज़रायल रक्षा बल (आईडीएफ) का कहना है कि वह ग़ाज़ा में प्रवेश कर चुका है। वह यहां जमीनी हमले कर रही है। आईडीएफ के एक प्रवक्ता ने कहा, “हम ग़ाज़ा में अपना जमीनी अभियान बढ़ा रहे हैं।” हम दो सप्ताह से जमीनी हमले की तैयारी कर रहे थे।
हमने अभी भी पूर्ण पैमाने पर हमला नहीं किया है, लेकिन हम धीरे-धीरे जमीनी हमले का दायरा बढ़ा रहे हैं। इज़रायली सेना पहली बार 26 अक्टूबर को टैंकों के साथ ग़ाज़ा पट्टी में दाखिल हुई थी। इस बीच हमास ने भी कहा कि उनकी सैनिकों से झड़प हुई है। सेना हवाई हमलों के साथ-साथ समुद्री रास्ते से भी हमले कर रही है। अब जमीनी हमले भी शुरू हो गए हैं।