ईरान में कल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को लेकर जनता में उत्साह

ईरान में कल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को लेकर जनता में उत्साह

तेहरान: ईरान में कल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को लेकर पूरे देश में एक उत्साह का माहौल है। देश के विभिन्न हिस्सों से लोगों ने चुनाव में भाग लेने और अपने नए राष्ट्रपति को चुनने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई ने चुनाव के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह चुनाव देश के भविष्य को निर्धारित करेगा और ईरानी जनता को अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने सभी नागरिकों से आग्रह किया है कि वे इस महत्वपूर्ण दिन में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएं और अपने वोट का उपयोग करें।

तेहरान, 28 जून 2024 को ईरान में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव ने पूरे देश और दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है। यह चुनाव न केवल ईरानी राजनीति में बदलाव लाने का अवसर प्रदान कर सकता है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर भी इसका गहरा प्रभाव पड़ सकता है। ईरान के चुनावी परिदृश्य में इस बार कई प्रमुख उम्मीदवार शामिल हैं, जिनमें से कुछ को ईरान के सर्वोच्च नेता का समर्थकों के समर्थन प्राप्त है। पिछले कुछ वर्षों में हुए सामाजिक और आर्थिक संकटों ने जनता की उम्मीदों और आकांक्षाओं को और भी महत्वपूर्ण बना दिया है। ऐसे में यह देखना रोचक होगा कि जनता किस दिशा में अपना समर्थन व्यक्त करती है।

पिछले राष्ट्रपति के कार्यकाल के दौरान ईरान को कई आंतरिक और बाहरी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों ने अर्थव्यवस्था पर गहरा असर डाला, जिससे बेरोजगारी और मुद्रास्फीति जैसी समस्याएं उत्पन्न हुईं। इसके अलावा, कोविड-19 महामारी ने भी देश की स्वास्थ्य सेवाओं और आर्थिक स्थिति को कमजोर कर दिया। इन सबके बीच, नई सरकार से जनता की अपेक्षाएं बहुत बढ़ गई हैं। इस चुनाव में एक प्रमुख मुद्दा अंतरराष्ट्रीय संबंधों का रहेगा। ज़्यादातर उम्मीदवार ऐसे हैं जो पश्चिमी देशों के साथ संबंध सुधारने के पक्षधर नहीं हैं, और वह इस्लामी गणराज्य की पारंपरिक नीतियों का समर्थन करते हैं। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि चुनाव के परिणामस्वरूप ईरान किस प्रकार की विदेश नीति अपनाता है। इस राष्ट्रपति चुनाव चुनाव में दो उम्मीदवारों(जलीली और क़ालीबाफ्त) के बीच कड़ी टक्कर होने की संभावना जताई जा रही है।

चुनाव प्रचार के दौरान, विभिन्न शहरों में रैलियों और जनसभाओं का आयोजन किया गया। सोशल मीडिया का उपयोग भी व्यापक रूप से किया गया, जिससे उम्मीदवारों को अपने विचारों और योजनाओं को जनता तक पहुंचाने का अवसर मिला। युवाओं ने विशेष रूप से इस चुनाव में बड़ी भूमिका निभाई है, और उनके मुद्दे और चिंताएं भी चुनावी अभियान का महत्वपूर्ण हिस्सा रहे हैं। बता दें कि यह चुनाव ईरान के लोकप्रिय पूर्व राष्ट्रपति आयतुल्लाह रईसी की हेलिकॉप्टर दुर्घटना में होने के दो महीने बाद हो रहा है। इस मौक़े पर ईरानी जनता ने अपने लोकप्रिय दिवंगत राष्ट्रपति इब्राहीम रईसी को श्रृद्धांजलि अर्पित की।

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