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संसदीय प्रक्रिया लगातार बेहतर और सशक्त हुई है: प्रधानमंत्री मोदी

संसदीय प्रक्रिया लगातार बेहतर और सशक्त हुई है: प्रधानमंत्री मोदी 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को द्वारका के यशभूमि में आयोजित पी20 सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा, “मैं 140 करोड़ भारतीयों की उपस्थिति वाले 20 संसदीय अध्यक्षों की बैठक में आप सभी का हार्दिक स्वागत करता हूं। यह शिखर सम्मेलन एक तरह से दुनिया भर में विभिन्न संसदीय प्रथाओं का केंद्र है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ”इन दिनों पूरे भारत में उत्सव की अनेक सरगर्मियां होती हैं। लेकिन इस बार जी-20 ने पूरे साल त्योहारी सीजन का जोश बरकरार रखा है। हमने इस अवधि के दौरान विभिन्न शहरों में जी20 प्रतिनिधियों की मेजबानी की, जिससे इन शहरों में उत्सव जैसा माहौल बन गया। उसके बाद भारत चंद्रमा पर उतरा। इससे देशभर में जश्न और बढ़ गया।

उसके बाद हमने यहां दिल्ली में एक सफल जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी की और अब पी20 शिखर सम्मेलन यहां आयोजित किया जा रहा है। किसी भी देश की सबसे बड़ी ताकत वहां के लोग और लोगों की इच्छा शक्ति होती है। आज ये मुलाकात जनता की ताकत को मनाने का भी जरिया बन गई है।

प्रधानमंत्री ने कहा, ”पी20 शिखर सम्मेलन भारत की धरती पर हो रहा है, जो लोकतंत्र की जननी और दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है.” दुनिया भर की विभिन्न संसदों के प्रतिनिधि के रूप में, आप जानते हैं कि संसद बहस और चर्चा के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है। हमारे पास विचार-विमर्श के बहुत अच्छे उदाहरण हैं, हजारों साल पहले भी हमारी 5 हजार साल से भी ज्यादा पुरानी किताबों में हमारे वेद बैठकों और समितियों की बात करते हैं।

उनमें एक साथ आकर समाज हित में सामूहिक निर्णय लिये जाते थे। प्रधानमंत्री ने कहा, ”यूनानी राजदूत मेगथेनिस ने भी जब भारत में ऐसी व्यवस्था देखी तो उन्हें आश्चर्य हुआ .आपको यह जानकर भी आश्चर्य होगा कि हमारे पास तमिलनाडु में 9वीं शताब्दी का एक शिलालेख है। इसमें ग्राम विधान के नियमों का उल्लेख है।

मैं आपको अनुभव के बारे में भी बताना चाहता हूं। मैग्ना कार्टा से भी पहले हमारे पास 12वीं शताब्दी में ‘अनुभव की परंपरा है। इसमें चर्चा और बातचीत को भी बढ़ावा दिया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा, ”भारत की संसदीय प्रक्रिया समय के साथ लगातार बेहतर हुई है और अधिक सशक्त हुई है। भारत में न सिर्फ दुनिया के सबसे बड़े चुनाव होते हैं बल्कि इसमें लोगों की भागीदारी भी लगातार बढ़ रही है।

2019 के आम चुनाव में देश की जनता ने मेरी पार्टी को लगातार दूसरी बार जीत दिलाई। 2019 का आम चुनाव मानव इतिहास की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक प्रक्रिया थी। इसमें 60 करोड़ यानी 60 करोड़ से ज्यादा मतदाताओं ने हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री ने कहा, “समय के साथ भारत ने चुनावी प्रक्रिया को भी आधुनिक तकनीक से जोड़ दिया है। अगले साल आम चुनाव होने वाले हैं।” इसमें एक अरब लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।

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